Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 10 सितंबर। न्याय की आस लिए गांव अनखीर स्थित एक पीडि़त परिवार दर-दर भटकने को मजबूर है। चौकी से लेकर एसीपी, कमिश्नर ऑफिस, सीएम विंडो एवं गृह मंत्री तक लगाई है गुहार, मगर कहीं न मिला न्याय। गांव अनखीर निवासी जवाहर सिंह ने 7 जून, 2021 को अनखीर पुलिस चौकी में एक शिकायत दी थी कि उसके पुत्र मोहित के साथ गांव के ही भारत, महेन्द्र, सुरेन्द्र, महेश एवं बाबूलाल ने लाठी-डंडों से मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। इतना ही नहीं मोहित का भाई येशू ड्यूटी से आया तो उसके साथ भी मारपीट की गई। जिसमें मोहित का बादशाह खान अस्पताल से मेडिकल भी कराया गया। मगर, अनखीर चौकी पुलिस ने शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं की। इतना ही नहीं, जब पुलिस पर कार्यवाही का दबाव बनता दिखा, तो अनखीर चौकी पुलिस के मुलाजिमों ने बड़ी चालाकी से दी गई शिकायत को 7 जून, 2021 की जगह 7 को मिटाकर 8 जून, 2021 कर दिया। इस बाबत एक झूठी शिकायत दूसरी पार्टी से भी ले ली और शिकायत को 8 जून, 2021 का दिखाकर दोनों पक्षों के खिलाफ कलंदरा भर दिया गया। जिसमें आरोपी पार्टी के 7 एवं शिकायकर्ता पार्टी के 9 लोगों को नामजद किया गया। शिकायकर्ता जवाहर सिंह के अनुसार उनके साथ मारपीट की गई और पुलिस ने साजबाज होकर उनके परिवार के ही 9 लोगों के खिलाफ 107, 150 के तहत कार्यवाही कर दी। जिसके खिलाफ उन्होंने पुलिस की ज्यादती को लेकर एसीपी एवं कमिश्नर कार्यालय में बार-बार शिकायत की। अपनी शिकायत में उन्होंने अनखीर चौकी के कुछ मुलाजिमों द्वारा दुर्भावना के तहत की गई कार्यवाही का भी जिक्र किया, जिससे नाराज होकर पुलिस ने झूठी शिकायत के आधार पर पुन: 26 अक्तूबर, 2021 को उनके परिवार के 11 लोगों के खिलाफ 107, 150 का पर्चा दे दिया। पुलिस की इस अन्यायपूर्ण कार्यवाही के खिलाफ जवाहर सिंह ने सीएम विंडो से लेकर गृह मंत्री तक शिकायतें दी, मगर उनकी शिकायत घूम-फिरकर वहीं आ जाती है और उनको न्याय नहीं मिल पा रहा है। जवाहर सिंह ने बताया कि पुलिस ने उनके और उनके परिजनों को झूठी शिकायत में फसाया है और वह जब तक अपने हक की लड़ाई लडेंगे जब तक उनको न्याय नहीं मिलता।