Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 31 अगस्त। जसाना दंपति हत्याकांड को लेकर मृतक सुखबीर के पिता ने आज पुलिस आयुक्त को उनके कार्यालय में ज्ञापन सौंपकर इस मामले की गहनता से जांच करने व उन्हें व उनके परिवार को भी जांच में शामिल करने की मांग की। उल्लेखनीय है कि सुखबीर व उसकी पत्नी मोनिका का गांव जसाना में 11 अगस्त को कत्ल कर दिया गया। इस हत्याकांड के बारे में एफआईआर नं. 134, दिनांक 12.8.2020 जेरधारा 398, 302, 449, 459, 201, 120-बी व 23 आम्र्स एक्ट, थाना तिगांव में दर्ज की गई।
पुलिस आयुक्त को सौंपे गए ज्ञापन में रिछपाल पुत्र स्व. गुरसहाय निवासी ग्राम फतेहपुर चंदीला ने कहा कि मेरे बेटे सुखबीर तथा पुत्रवधु मोनिका की हत्या का मामला पुलिस में मोनिका के पिता रामबीर पुत्र लिखीराम निवासी ग्राम जसाना की दरखास्त पर दर्ज हुआ और तफ्तीश के दौरान रामबीर का बेटा ब्रह्मजीत जोकि जसाना गांव का ही निवासी है, मेरे पुत्र और पुत्रवधु के कत्ल में गिरफ्तार हुआ है, जिसने इस कत्ल की साजिश रची थी। ब्रह्मजीत का साला विष्णु पुत्र रामपाल व उसके साथ तीन अन्य व्यक्ति जतिन, कुलदीप उर्फ कैलाश तथा सोनू भी गिरफ्तार हुए हैं और पुलिस द्वारा अब तक की, की गई तफ्तीश से यह साफ प्रतीत होता है कि न केवल ब्रह्मजीत बल्कि उसके घर के अन्य परिवारजन व उसकी पत्नी अंजू भी इस साजिश में भागीदार थे परन्तु अब तक पुलिस ने न तो अंजू व न ही रामबीर को इन दोनों कत्ल में योगदान की जांच नहीं की और न ही उनसे गहनता से पूछताछ की है। उनका कहना है कि ब्रह्मजीत के पिता रामबीर उसी गांव के तथा मृतक के घर के समीप रहने की वजह से मौके पर हमारे पहुंचने से पहले पहुंचे गये थे और इस परिवार ने इस बात का भरपूर फायदा उठाकर और बेरहमी से की गई इन हत्याओं को अलग मोड़ देने के लिए असलियत छुपाने के लिए एक सोची-समझी साजिश के तहत दरखास्त दी ताकि मुद्दई रामबीर व उसका परिवार इस हत्याकांड में की गई उनकी साजिश व योगदान से बच सके।
उन्होंने कहा कि वे मृतक सुखबीर के पिता हैं और उन्हें पूरा हक है कि वे इस मुकदमे की तफ्तीश की निगरानी करें व मेरी व मेरे परिवारजनों की बात भी सुनी व समझी जाए और उसके ऊपर ठीक से तफ्तीश की जाए परंतु तकनीकी तौर से क्योंकि वे इस केस के मुद्दई नहीं हैं इस वजह से मेरी व मेरे परिवार को पीड़ा व शिकायत के ऊपर पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
मुद्दई रामबीर का पुत्र ब्रह्मजीत, ब्रह्मजीत का साला विष्णु व विष्णु के अन्य सहयोगी इस केस में पकड़े जा चुके हैं और मुझे व मेरे परिवार को पूरा-पूरा विश्वास है कि मुद्दई रामबीर अपने बेटे, उसके साले व साले के सहयोगियों को बचाने के लिए पूरा-पूरा प्रयास करेंगे। अत: आपसे निवेदन है कि चल रही तफ्तीश में मुझे व मेरे परिवारजनों को सक्रिय तौर से भागीदार बनाया जाए और यह जांच आपके कार्यालय में स्थित किसी एसीपी/डीसीपी पद के निष्पक्ष अफसर को सौंपी जाए ताकि हमें न्याय मिले और मेरे पुत्र व पुत्रवधु की आत्मा को शांति मिले।