Faridabad NCR
फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ ने सच्चाई को देश के सामने उजागर किया : राज्य मंत्री राजेश नागर
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 03 दिसंबर। हरियाणा के खाद्य आपूर्ति मंत्री राजेश नागर ने और भाजपा जिला अध्यक्ष राजकुमार वोहरा ने आज भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के फरीदाबाद के सेक्टर-12 स्थित पेबल डाउन टाउन मॉल स्थित पीवीआर थिएटर में ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म देखी और उन्होंने फिल्म देखने के बाद उन्होंने आमजन से भी फिल्म देखने का अनुरोध किया। उन्होंने आमजन से आग्रह किया कि वे इस ऐतिहासिक घटनाक्रम की वास्तविकता को जानें और समझें।
राज्य मंत्री राजेश नागर ने कहा कि गोधरा कांड और कारसेवकों के नरसंहार की घटनाओं को वर्षों तक दबाया गया और एकतरफा विमर्श द्वारा सत्य को छुपाने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा, “यह फिल्म केवल मनोरंजन का साधन नहीं है, बल्कि यह उन और सत्य घटनाओं को उजागर करती है, जो लंबे समय से आम जनता के सामने नहीं आने दी गई। उन्होंने कहा की साबरमती एक्सप्रेस में हुआ गोधरा कांड दिल को झकझोरने वाला था इस कांड के सभी असल दोषियों को सजा मिलना ही उन सभी दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए यज्ञ में आहुति के बराबर होगी। उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माताओं ने इस मुद्दे को बहुत संवेदनशीलता और गरिमा के साथ पेश किया है। यह हम सभी के लिए आत्ममंथन का समय है कि कैसे इस मुद्दे पर कुछ स्वार्थी लोगों ने राजनीति की। इस फिल्म के माध्यम से 59 निर्दाेष पीड़ितों को भी अपनी बात कहने का मौका मिला है। यह फिल्म वास्तव में उन 59 निर्दोष पुरुष, महिलाओं व बच्चों के प्रति एक सच्ची श्रद्धांजलि है। फिल्म के निर्माता ने फिल्म के माध्यम से इस घटनाक्रम की सच्चाई को देश के सामने उजागर किया, जिस घटना से पूरा देश अनभिज्ञ था। उन्होंने फिल्म में किरदार निभाने वाले सभी कलाकारों की जमकर तारीफ की।
भाजपा जिला अध्यक्ष राजकुमार वोहरा ने कहा कि कि यह फिल्म गुजरात के गोधरा कांड की सच्ची घटनाओं पर आधारित है और न्याय की जीत को दर्शाती है। राजकुमार वोहरा ने कहा कि पन्द्रह नवंबर को रिलीज हुई ‘द साबरमती रिपोर्ट’ के माध्यम से साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगने की उस घटना के पीछे की सच्चाई को उजागर किया गया है, जिसमें 27 फरवरी 2002 को अयोध्या से एक धार्मिक समारोह में भाग लेने के बाद अयोध्या से गुजरात लौट रहे 59 कारसेवकों की गोधरा स्टेशन पर ट्रेन में आग लगाकर निर्मम हत्या की गई थी। फिल्म दा साबरमती रिपोर्ट में दिखाया गया है कि कुछ गलत और छोटी सोच के लोगों की प्लानिंग के चलते कई लोगों को जान गंवानी पड़ी। ये बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी जिसको इस फिल्म के जरिए सच्चाई को सामने लाने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि ‘द साबरमती रिपोर्ट’ झूठे विमर्श और तथ्यों को दबाने की वर्षों पुरानी योजनाओं को खत्म कर देती है। उन्होंने इसे पीड़ितों के साथ हुए अन्याय और सच्चाई को जानने के लिए हर जागरूक नागरिक के लिए अनिवार्य बताया।