Faridabad NCR
मैनेजिंग डायरेक्टर के व्हाट्सएप को हैक कर पूर्व अकाउंटेंट ने की थी 7,64,796/- रुपये की धोखाधडी, साइबर थाना बल्लभगढ़ की टीम ने मात्र 18 घंटे में मामले को सुलझाया

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : फरीदाबाद पुलिस द्वारा साइबर अपराधियों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है इसी क्रम में साइबर थाना बल्लभगढ़ की टीम ने व्हाट्सएप हैक कर धोखाधडी करने के मामले में पूर्व अकाउंटेंट सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि साइबर थाना बल्लभगढ में सेक्टर-6, दिल्ली वासी एक व्यक्ति ने दी अपनी शिकायत में बताया कि वह सेक्टर-4 फरीदाबाद में एक कम्पनी में चीफ फाईनेसर के पद पर काम करता है। 05 अप्रैल को उसके पास कम्पनी के मैनेजिंग डायरेक्टर के नम्बर से 1,79,546/-रू व 09 अप्रैल को उसी नम्बर से 5,86,250/-रू भेजने का मैसेज आया जिसपर बताये गये खातों में रूपये भी भेज दिए गये। 11 अप्रैल को जब कम्पनी के मैनेजिंग डायरेक्टर ने कम्पनी का खाता चैक किया गया तो पाया कि 5,86,250/- रुपए की पेमेंट सुशांत नाम के व्यक्ति के खाता में व 1,78,546/- रुपए की पेमेंट राहुल ट्रेडिंग के नाम के खाता में की हुई है। जिसपर कम्पनी के अकाउंटेंट ने मैनेजिंग डायरेक्टर के नम्बर से पैसे ट्रांस्फर करने का मैसेज दिखाया, तो मैनेजर ने कहा कि उसने किसी भी पेमेंट के लिए मैसेज नहीं किया। जिस शिकायत पर साइबर थाना बल्लभगढ़ में संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि साइबर थाना बल्लभगढ की टीम ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए अभियोग अकित होने के 18 घंटे के अंदर-अंदर अजय वासी गाँव बुडकी जिला आजमगढ़ उ0 प्र0 हाल मंगोलपुरी दिल्ली, सुशांत निवासी मंगोलपुरी, दिल्ली, रजनीश वासी भरत कॉलोनी जिला पलवल व दुष्यंत कुमार वासी भरत कॉलोनी जिला पलवल को गिरफ्तार किया है।
प्रारम्भिक पूछताछ में सामने आया कि दुष्यंत पहले इसी कम्पनी में अंकाउटेंट के पद पर काम करता था, इसने पहले मैनेजिंग डायरेक्टर का व्हाटसएप हैक किया और फिर फर्जी बिल बना कर उसी व्हाट्सएप से कम्पनी के अंकाउट ब्रांच में फर्जी बिल भेज कर पेमेंट खातों में डलवाई। रजनीश ने सुशांत व अजय का खाता लेकर दुष्यंत को दिया था जिनके खाता में 7,64,796/- रुपये आये थे।
आरोपी दुष्यंत को माननीय अदालत में पेश कर 1 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है, अन्य तीन आरोपियों को जेल भेजा गया।