Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : आज के आधुनिक युग में जहां शादी-ब्याह में शानो-शौकत दिखाने के लिए लोग लाखों-करोड़ों रूपए खर्च करना अपनी प्रतिष्ठा समझते है वहीं फरीदाबाद जिले के गांव शाहबाद में रहने वाले एक आईएएस अधिकारी ने मात्र 101 रूपए में विवाह करके समाज में एक नया संदेश देने का काम किया है। तिगांव विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव शाहबाद निवासी रणजीत सिंह के बेटे प्रशांत नागर 2019 बैच के यूपी कैडर के आईएएस अधिकारी है, जो कि फिलहाल उत्तरप्रदेश के अयोध्या में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात है। आईएएस प्रशांत नागर का विवाह दिल्ली के बुरारी में रहने वाले रमेश की पुत्र डा. मनीषा से सम्पन्न हुआ है। इस विवाह की यह खासियत की यह पूरी तरह से सादगीपूर्वक सम्पन्न हुआ और बारात में भी मात्र 11 व्यक्ति ही शामिल हुए। दिल्ली सहित फरीदाबाद में इस बिना दहेज के विवाह को लेकर खूब चर्चाएं हो रही है। प्रशांत नागर के पिता रणजीत नागर ने बताया कि शादी-ब्याह में जो लोग अपनी हैसियत दिखाने के लिए रूपये व्यर्थ खर्च करते है, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए बल्कि ऐसे रूपयों से वह जरूरतमंद कन्याओं के विवाह सम्पन्न करवाए और पुण्य की भागीदार बने। उन्होंने कहा कि वह शुरू से ही दहेज के खिलाफ रहे है और उनके बेटे प्रशांत ने भी बिना दहेज सादगीपूर्वक शादी करने का संकल्प लिया था, जो उसने पूरा किया। आईएएस अधिकारी द्वारा उठाए गए इस कदम की सराहना करते हुए तिगांव विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक ललित नागर ने कहा कि ऐसे विवाह समाज को एक आईना दिखाने का काम करते है, दहेज लेना और देना दोनों ही गलत है इसलिए समाज को अब जागरूक होकर शादी-ब्याहों में व्यर्थ खर्चाे से बचना चाहिए और दिखावे के बजाए सादगीपूर्वक विवाह करने का संकल्प लेना चाहिए, तभी दहेज रूपी सामाजिक बुराई का पूरी तरह से अंत हो पाएगा।