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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : सेक्टर-12 हुडा मैदान में चल रही श्री श्रद्धा रामलीला कमेटी की रामलीला ने शुक्रवार को चौथे दिन श्रद्धालुओं को सत्य और धर्म की अद्वितीय मिसाल दिखाते हुए सत्यवादी राजा हरिश्चन्द्र की गाथा का मंचन किया। इस प्रसंग में दिखाया गया कि किस प्रकार हरिश्चन्द्र ने अपने वचन और सत्य की रक्षा के लिए अपना राजपाट, घर-बार, पत्नी, पुत्र और स्वयं तक का बलिदान कर दिया, लेकिन सत्य से कभी समझौता नहीं किया। यही थी रघुकुल की परंपरा, जिसमें वचन और मर्यादा सर्वोपरि मानी जाती है।
रामलीला मंचन के दौरान दर्शकों ने भावुक होकर इस कथा को आत्मसात किया। कलाकारों ने अपनी प्रभावी अदाकारी से पात्रों को जीवंत कर दिया। हरिश्चन्द्र का किरदार अनिल चावला ने निभाया, जिन्होंने अपनी भावनात्मक प्रस्तुति से दर्शकों को गहराई तक प्रभावित किया। तारा की भूमिका योगंधा वशिष्ठ, रोहतास की ऋषिव हंस और विश्वामित्र की भूमिका राजेश खुराना ने निभाई।
इसके अलावा नक्षत्र के रूप में नेत्रपाल शर्मा, इन्द्र के रूप में राजकुमार ढींगरा, सेठ की भूमिका में विजय कुमार कांटा और सेठानी की भूमिका हिमानी शर्मा ने दर्शकों को प्रभावित किया। कलुआ का अभिनय मनोज नरूला ने किया, जबकि जोगन की भूमिका आसावरी वशिष्ठ और मंत्री की भूमिका जितेंद्र अरोड़ा ने निभाई।
पूरे मंचन के दौरान संवाद, भाव-भंगिमाएं और मंच सज्जा ने वातावरण को और भी प्रभावशाली बना दिया। दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से कलाकारों का उत्साह बढ़ाया। श्री श्रद्धा रामलीला कमेटी की ओर से लगातार हो रहे मंचन न केवल धार्मिक भावना को प्रबल कर रहे हैं, बल्कि संस्कृति और परंपरा से भी नई पीढ़ी को जोड़ने का काम कर रहे हैं।