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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 28 सितंबर। ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर-86 स्थित एकॉर्ड अस्पताल के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के चेयरमैन डॉ. ऋषि गुप्ता ने बताया कि आज के समय में युवाओं में हार्ट अटैक की समस्या तेजी से बढ़ रही है। अस्पताल की टीम ने पिछले तीन वर्षों में हार्ट अटैक के 400 मरीजों पर एक स्टडी की। इस स्टडी में सामने आया कि 22.5 प्रतिशत युवा, जिनकी उम्र 40 साल से कम थी, उन्हें हार्ट अटैक की समस्या हुई। वहीं, 32 मरीज ऐसे थे जिनकी उम्र 35 साल से कम थी, जो किसी न किसी कारण हार्ट अटैक के शिकार बने। डॉ. गुप्ता ने बताया कि इतनी कम उम्र में हार्ट अटैक होना असामान्य और चिंता का विषय है। चौंकाने वाली बात यह रही कि इनमें से कई युवा शादीशुदा भी नहीं थे। स्टडी में पता चला कि इन मरीजों में से 50-60 प्रतिशत का कोलेस्ट्रॉल लेवल सामान्य या कम था, फिर भी वे एक्यूट हार्ट अटैक का शिकार हुए। इसका मुख्य कारण अत्यधिक स्मोकिंग, गलत जीवनशैली, तनाव और फिजिकल एक्टिविटी की कमी पाई गई।
हाल ही में अस्पताल में आए 3-4 ऐसे केस भी सामने आए हैं, जिनमें मरीज नियमित जिम जाने वाले और फिटनेस को लेकर सजग थे। जांच में पता चला कि ये युवा एनर्जी प्रोडक्ट्स का अत्यधिक सेवन कर रहे थे, जिनमें क्रिएटिनिन और कैफीन की मात्रा बहुत अधिक पाई गई। यह उनके हार्ट की कार्यक्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डालता है, जिससे अचानक हार्ट अटैक का खतरा बढ़ गया।
डॉ. गुप्ता ने युवाओं को सलाह दी कि रोजाना व्यायाम करें, लेकिन जिम में अत्यधिक वजन उठाना हार्ट अटैक का कारण बन रहा हैं जिन्हें अत्यधिक वजन उठाने के कारण सीने में दर्द ,हार्ट रेट असामान्य बढ़ने और हार्ट अटैक की शिकायत हो रही है वो डॉक्टर की सलाह जरूर ले। कई युवा फिटनेस के नाम पर एनर्जी ड्रिंक या सप्लीमेंट का ज्यादा सेवन करते है। साथ ही संतुलित आहार, तनाव पर नियंत्रण और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर हार्ट चेकअप कराना भी बेहद जरूरी है ताकि किसी गंभीर स्थिति को पहले ही रोका जा सके।