Faridabad NCR
साइबर थाना बल्लबगढ़ की टीम ने सेक्टर-8 के सेंट एथोनी स्कूल, पीएस कॉम्प्लेक्स एरिया मिलन रोड, सर्वोद्य अस्पताल, मे छात्रों और लोगो को साइबर फ्रॉड के प्रति किया जागरूक
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के दिशा निर्देश के तहत साइबर थाना बल्लबगढ़ प्रभारी इंस्पेक्टर नवीन कुमार की टीम ने सेक्टर-8 के सेंट एथोनी स्कूल, पीएस कॉम्प्लेक्स एरिया मिलन रोड, सर्वोद्य अस्पताल, मार्किट रोड पर करीब 700 से अधिक महिला और व्यक्तियों और छात्रओं को साइबर फ्रॉड के विरुद्ध अपराध के प्रति जागरूक किया।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि आज साइबर थाना बल्लबगढ़ टीम एएसआई श्योराज, HC कृष्ण गोपाल, सिपाही रजनीश, हरिश के द्वारा साइबर अपराध के संबंध में जागरुक कर इससे बचाव के तरीकों के बारे में जानकारी दी गई। आजकल साइबर अपराध से लोगो को नए-नए तरिके से ठगा जा रहा है। साईबर ठग भी आये दिन कुछ न कुछ नए तरीके से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। मोबाईल फोन में फेक एप डाउनलोड कराने के साथ इंटरनेट और सोशल मीडिया पर फेक न्यूज चलाकर एवं फेक पोस्ट अपलोड कर और फर्जी वाट्सएप्प मैसेज और फेक कस्टमर कॉल के जरीये एवं तरह-तरह की सरकारी अथवा निजी संस्थानों में नौकरी का लोक-लुभावन झाँसा देकर लोगों के साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। किसी भी फर्जी लिंक पर क्लिक ना करें, इससे आपका पीसी या मोबाईल हैक हो सकता है।
यहाँ तक कि ऑनलाईन शॉपिंग में लोगों को सस्ते कीमतों पर उनकी मनपसंद वस्तुओं को खरीददारी का झाँसा देकर ऑनलाईन ठगी की जाती है। मोबाईल इंटरनेट उपयोगकर्ता को लॉटरी लग जाने के फर्जी मैसेज भेज कर साईबर ठग प्रोसेसिंग चार्ज के रूप में पैसे ऑनलाईन ट्रांसफर करने को कहते हैं। और लोग लाखों का लॉटरी लग जाने के चक्कर में ठगों को पैसे भेज भी देते हैं। एक बार पैसे भेजने के बाद फिर ठगी करने वाले का मोबाईल बंद हो जाता है। और लोग हार कर पुलिस के पास अपनी व्यथा सुनाते हैं तथा पैसे वापस दिलाने का आग्रह करते हैं।
साईबर अपराधी पैसों की ठगी के साथ-साथ फेसबुक, वाट्सएप्प व अन्य सोशलमीडिया प्लेटफार्म पर पोस्ट किये हुए तस्वीरों से छेड़छाड़ कर महिलाओं को भी ब्लैकमेल करते हैं।
लोगों को एटीएम बंद हो जाने का झाँसा देकर उनके खाते से जुड़ी सभी जानकारी हासिल करने उपरांत खाताधारकों के बैंक खाते से पैसे उड़ा ले जाते हैं। अपने पर्सनल लैपटॉप या कम्प्यूटर से ही नेटबैंकिंग का इस्तेमाल करें। अपने कम्प्यूटर और मोबाईल के सुरक्षा संबंधी सॉफ्टवेयर व एप्लीकेशन को अप-टू-डेट रखें।
इसके साथ ही आमजन को साइबर हेल्पलाइन 1930 के बारे में जागरूक करते हुए उन्होंने बताया कि यदि किसी के साथ साइबर ठगी की वारदात घटित हो जाती है तो वह तुरंत इस नंबर पर संपर्क करें और उन्हें अपने साथ हुई साइबर ठगी के बारे में जानकारी दें। साइबर टीम द्वारा साइबर अपराधियों के बैंक खातों को फ्रीज करवाकर आपकी रकम आप तक वापस पहुंचा सकते हैं। कार्यक्रम में मौजूद सभी नागरिकों ने पुलिस टीम द्वारा साइबर अपराध के बारे में दी गई जानकारी के लिए पुलिस टीम का तहे दिल से धन्यवाद किया।