Faridabad NCR
IPO में निवेश के नाम पर धोखाधडी के मामले में साइबर थाना NIT की टीम ने 2 आरोपियों को किया गिरफ्तार

Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : साइबर ठगों ने तकनीकी का गलत प्रयोग करके लोगों को ठगी का शिकार बना रहे है। ऐसे ही एक मामला में IPO में निवेश के नाम पर धोखाधडी के मामले में साइबर थाना NIT की टीम ने आरोपी दीपक व प्रशांत को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बतलाया कि साइबर थाना NIT में सेक्टर-43, फरीदाबाद में रहने वाली महिला ने शिकायत दी, जिस आरोप लगाया कि वह शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए फोन पर कुछ सर्च कर रही थी। जिसके बाद उसके पास व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया, जिसमें निवेश के बारे में सिखने के लिए व्हाटसएप ग्रुप का लिंक था, जिसको शिकायतकर्ता ने ज्वाइन कर लिया। इसके बाद उसे एक और ग्रुप में जोडा गया, जहॉ लोग लाखों रूपये लगाकर लाभ कमाने की जानकारी सॉझा करते थे। जिसके बाद ठगों ने शिकायतकर्ता को लालच देकर रूपए निवेश करने को कहा और लालच में आकर उसने IPO में हिस्सा लेने के लिए 20,000/-रू ठगों के खाता में भेजे। जिसके बाद ठगों ने उससे कहा आपको 152 रू सस्ता 530 शेयर का लॉट मिला है, जिसका लॉन्च ब्रैकेट 181-192 के बीच था। जिसके बाद ठगों ने उससे कहा कि उनका हिस्सा होने के कारण उसको यह छूट मिली है तो उसे 60,600/- रुपये जमा करने के लिए कहा। जिसका भुगतान शिकायतकर्ता ने ठगों के खाता में कर दिया। कुछ समय बाद ठगों ने उसको कॉल किया कि कम्पनी द्वारा उनके नाम पर 7300 शेयर का लॉट का आबंटन किया जाएगा, इसके लिए 12 लाख रूपये जमा करवाने होंगे। जब शिकायतकर्ता ने मना किया तो उसने कहा कि इसकी आवश्यकता नहीं है, जिसके बाद ठगों ने IPO रद्द ना होने की बात कही और शिकायतकर्ता पर पैसे देने का दबाव बनाने लगे। जिस पर शिकायतकर्ता को शक हुआ। शिकायत पर साइबर थाना NIT में मामला दर्ज किया गया।
उन्होने आगे जानकारी देते हुए बतलाया कि मामले में कार्रवाई करते हुए साइबर थाना NIT की टीम ने 2 आरोपी दीपक (45) वासी विदिशा, मध्य प्रदेश व प्रशांत (26) वासी विदिशा, मध्य प्रदेश को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया है।
पुछताछ में सामने आया कि आरोपी दीपक खाताधारक है और विदिशा नगर पालिका का कर्मचारी है, जिसने अपना खाता आगे किसी को दे रखा था। इस खाता में मामले से जुडे 60,600/-रू आये थे, वहीं आरोपी प्रशांत फोटो स्टूडियों चलाता है जो दीपक का खाता इंदौर में किसी को देकर आया था।
आरोपियों के पुछताछ के लिए 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।