Faridabad NCR
हवा का काम है चलना, दीये का काम है जलना, वो अपना काम करती है, मैं अपना काम करता हूं : कुमार विश्वास
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : रियल एस्टेट में अग्रीण अमोलिक ग्रुप द्वारा बीती रात सेक्टर-81 में एक कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में मुख्यातिथि के रूप में केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर उपस्थित रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में एसएसबी हॉस्पिटल के निदेशक एवं वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डा. एस.एस. बंसल व उनकी धर्मपत्नी डा. सीमा बंसल मौजूद थी। कवि सम्मेलन में सुप्रसिद्ध कवि डा. कुमार विश्वास, हेमंत पांडेय कानपुरिया, गोविंद राठी, अनिल अग्रवंशी आदि कवियों ने अपनी रचनाओं से उपस्थितजनों का मन मोह लिया। कवि सम्मेलन का मंच संचालन कवि दिनेश रघुवंशी द्वारा किया गया, जिन्होंने अपनी कविताओं से कार्यक्रम में बैठे सभी श्रोताओं को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर व कवि डा. कुमार विश्वास, नगर निगम के वरिष्ठ उपमहापौर देवेंद्र चौधरी, अमोलिक ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर हितेश चौधरी, हरबीर चौधरी ने दीप प्रज्जवलित करके किया। कार्यक्रम में उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते दो सालों बाद ऐसा अवसर आया है, जब हम सभी इकट्ठे होकर ऐसे कार्यक्रमों में शामिल हो रहे है और यह सब हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से संभव हो पाया है, जिन्होंने इस महामारी का डटकर मुकाबला किया और वैक्सीनेशन के माध्यम से देश की जनता को इस बीमारी से बचाया, जिसको लेकर आज पूरे विश्व में उनकी प्रशंसा हो रही है। उन्होंने कहा कि कवि समाज का आईना होते है, जो न केवल लोगों का मनोरंजन करते है बल्कि मौजूदा समय के मुद्दों को भी लोगों के समक्ष लाते है। श्री गुर्जर ने कहा कि होली का त्यौहार भाईचारे का त्यौहार होता है इसलिए इस त्यौहार में जितने भी मनभेद हो, उन्हें मिटाकर एक हो जाना चाहिए और समाज में सुख शांति से रहना चाहिए।
कवि सम्मेलन में सुप्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास ने अपनी रचनाओं से उपस्थितजनों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
उन्होंने अपनी कविता सुनाते हुए कहा कि भारत में कोरोना के नाम पर लोग फेस्टिवल मना रहे थे, कोई पिज्जा बना रहा था तो कोई बर्गर बना रहा था तो किसी की पत्नी अपने पति के बाल काट रही थी, इतना ही नहीं बल्कि बिहार में तो लोगों ने कोरोना का लिंग परिवर्तन कर दिया और यहां कोरोना मईया की पूजा होने लगी।
‘डाक्टरों पर व्यंग्य कसते हुए डा. विश्वास ने कहा कि डाक्टर अपनी पर्ची पर क्या लिखते है, यह आम आदमी को समझ नहीं आता, यह केवल मेडिकल स्टोर वाले को समझ आता है क्योंकि डाक्टर यह लिखता है कि मैंने अपना ले लिया तू अपना ले ले’
उन्होंने अपनी सुप्रसिद्ध कविता का वर्णन करते हुए कहा कि ‘मैं अपने गीत गजलों से उसे पैगाम करता हूं, उसी की दी हुई दौलत उसी के नाम करता हूं, हवा का काम है चलना है, दीये का काम है जलना, वो अपना काम करती है, मैं अपना काम करता हूं, किसी के दिल की मायूसी यहां से होकर गुजरी है, मैं तुझसे दूर कैसा हूं, तू मुझसे दूर कैसी है, ये तेरा दिल समझता है, ये मेरा दिल समझता है’
इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा, राजपाल नागर, अमर चौधरी, जिला परिषद के चेयरमैन विनोद चौधरी, नगर निगम के उपमहापौर मनमोहन गर्ग, संदीप खन्ना, अमित मिश्रा, अनिल नागर, पार्षद अजय बैंसला, भाजपा युवा मोर्चा के महामंत्री गोल्डी अरोड़ा, युवा समाजसेवी पारस राय,सहित अनेकों गणमान्य लोग मौजूद थे।