Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : बेशक लोग पुलिस के काम-काज पर सवाल उठाते हो परन्तु थाना डबुआ की पुलिस टीम ने जान देने की कोशिश करते हुए 35 वर्षीय युवक को मरने से बचाने में अहम् भूमिका निभाई है।
कल देर शाम करीब 5:30 बजे सिपाही हरपाल व SPO सुरेन्द्र अपने थानाक्षेत्र में गश्त कर रहे थे तभी उन्हें सूचना प्राप्त हुई थी कि डबुआ कॉलोनी के E ब्लॉक में एक संदीप नाम का युवक फांसी लगाकर अपनी जान देने की कोशिश कर रहा है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों पुलिसकर्मी युवक को बचाने के उद्देश्य से तुरंत प्रभाव से घटनास्थल पर पहुचें।
मौके पर पहुंचे तो युवक कि पत्नी ने उसकी जान बचाने के लिए पुलिसकर्मियों से गुहार लगाई। उसने बताया कि उसके पति ने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया है और गले में फंदा डालकर लटकने की कोशिश कर रहा है।
दोनों पुलिसकर्मियों ने युवक को दरवाजा खोलने के लिए कहा पर उसने दरवाजा खोलने से मना कर दिया तो दोनों पुलिसकर्मियों ने बिना देर किए जोर से धक्का मारकर दरवाजा खोल दिया।
दरवाजा खुलते ही पुलिसकर्मियों ने देखा कि युवक फंदे पर लटक चुका है। सिपाही ने लटकते हुए युवक को अपने कंधो पर उठा लिया ताकि उसके गर्दन पर पड़ा दबाव कम हो सके। दुसरे पुलिसकर्मी ने चाकू से रस्सी को काट दिया और युवक को नीचे उतारकर जमीन पर लेटा दिया।
जब युवक को नीचे उतारा गया तो वह मूर्छित हालत में था। पुलिसकर्मी ने युवक की छाती दबाकर उसके मुंह पर पानी के छीटे मारे ताकि उसे होश आ सके।
कुछ समय प्राथमिक उपचार देने के पश्चात् युवक को होश आ गया| उसकी जान अब खतरे से बाहर थी।
हालात सामान्य होने के पश्चात् जब संदीप से पूछा गया कि उसने आत्महत्या करने की कोशिश क्यूँ कि तो उसने बताया कि वह ऑटो चलाने का काम करता है काम काज कम है। उसका उसकी पत्नी के साथ झगडा हो गया था और वह उसे छोड़कर अलग मकान में रहती है। आपसी झगड़े से तंग आकर ही उसने जान देने की कोशिश की थी।
इसके बाद पुलिसकर्मियों ने पति-पत्नी दोनों को झगड़ा न करने और शांतिपूर्वक रहने की हिदायत दी और इसकी सूचना थाना प्रबंधक निरीक्षक संदीप कुमार को दी जिसपर थाना प्रबंधक ने दोनों पुलिसकर्मियों के कार्य के लिए उनकी सराहना की।
पुलिस आयुक्त श्री ओ पी सिंह ने दोनों पुलिसकर्मियों को बुद्धिमता और सतर्कता से युवक की जान बचाने के लिए प्रथम श्रेणी का प्रशंसा पत्र मन्जूर किया।