Faridabad NCR
बड़ा सोचो, उद्यमी बनो कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं : हरजिंदर सिंह चीमा
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 12 फरवरी। जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद द्वारा आज ‘बड़ा सोचो – उद्यमशील बनो’ विषय पर एक प्रेरक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसे सफल उद्यमी और प्रेरक वक्ता हरजिंदर सिंह चीमा ने संबोधित किया। चीमा बॉयलर्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हरजिंदर सिंह चीमा देश के सफल उद्यमियों में शामिल है, जिनका सालाना कारोबार 2000 करोड़ रुपये से अधिक का है।
इस कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के एलुमनाई और कॉर्पोरेट मामलों के प्रकोष्ठ द्वारा किया गया था। कार्यक्रम की अध्यक्षता अध्यक्षता कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने की। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. सुनील कुमार गर्ग, डीन इंस्टीट्यूशंस प्रो. तिलक राज और एलुमनी एवं कॉर्पोरेट मामलों के निदेशक डॉ संजीव गोयल भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का समन्वयन डॉ। सपना तनेजा ने किया।
कार्यक्रम को कुलपति प्रो. दिनेश कुमार और वाईएमसीए संस्थान के पूर्व छात्र रहे फूजी जेमको प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक महेश सचदेवा ने भी संबोधित किया।
पूर्व मरीन इंजीनियर रहे श्री हरजिंदर चीमा ने विद्यार्थियों के साथ उद्यमशील बनने की अपनी कहानी को साझा किया और बताया कि करियर के प्रत्येक चरण में इनोवेशन किस तरह से एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
श्री चीमा ने विद्यार्थियों को नौकरी खोजने के बजाय रोजगार पैदा करने के लिए प्रशिक्षण देने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने विद्यार्थियों को एक करियर के रूप में उद्यमिता पर अपनाने की सलाह दी और एक उद्यमी के रूप में सफल होने के गुर समझाये। उन्होंने इनोवेशन पर बल देने, नई चुनौतियों का सामना करने तथा नवीनतम सॉफ्टवेयर्स की उपयोग को महत्नपूर्ण बताया।
उन्होंने विद्यार्थियों को दिल से निर्णय लेने और प्रतिबद्ध रहने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि कोई भी लक्ष्य हासिल करना असंभव नहीं है, केवल आवश्यकता बड़े सपने देखने की है। उन्होंने कहा कि केवल पूंजी निवेश से सफलता अर्जित नहीं की जा सकती। एक सफल उद्यम बनने के लिए व्यावसायिक दृष्टिकोण और मानसिकता महत्वपूर्ण पहलू हैं। उन्होंने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है और केवल कड़ी मेहनत ही सफलता की कुंजी है। असफलताएं भी जीवन का हिस्सा हैं, इसलिए, हमें असफलता से हतोत्साहित नहीं होना चाहिए, बल्कि इससे सीख लेनी चाहिए।
इस अवसर पर श्री चीमा ने विद्यार्थियों द्वारा उद्यमशीलता को लेकर पूछे गये सवालों के जवाब भी दिये।