Faridabad NCR
गरीबों के लिए गाता है ये फनकार, मैड रॉकस्टार बाबर मुदस्सर को चैरिटी के जुनून से मिलता है सुकून
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : कुछ लोग शोहरत के लिए गाते हैं तो कुछ लोग पैसा कमाने के लिए गाते हैं, लेकिन एक शख्स ऐसा भी है जो सुकून को अपना जुनून बनाकर गाता है। इस फनकार का नाम है बाबर मुदस्सर… कश्मीर का यह है बेहद सुरीला गायक अपनी गायकी जरूरतमंदों के नाम कर चुका है। गाने से बाबर मुदस्सर को सुकून मिलता है, लेकिन उन्होंने दूसरों को सुकून देना ही अपना जुनून बना लिया है। वह अपनी गायकी से जितना कमाते हैं, अपनी जरूरत पूरी करने के बाद सारा पैसा गरीबों और जरूरतमंदों में बांट देते हैं। मौजूदा दौर में बाबर मुदस्सर जरूरतमंदों के लिए किसी फरिश्ते से कम नहीं। मैड रॉकस्टार के नाम से मशहूर बाबर मुदस्सर देश के अलग-अलग हिस्सों में शो करते हैं, लेकिन अपनी कमाई का ज्यादातर हिस्सा गरीबों और जरूरतमंदों पर खर्च करते हैं। बाबर मुदस्सर का कहना है कि संगीत रूहानियत से जुड़ा हुआ है। अगर संगीत से रूह खुश हो जाए तो समझो ऊपर वाले की इबादत हो गई। अलबत्ता यदि इस संगीत से होने वाली कमाई का एक हिस्सा खर्च कर हम गरीबों और जरूरतमंदों के चेहरे पर मुस्कान ला पाएं वहीं अलसी कमाई है। मैं अपने शो के साथ -साथ ऑन लाइन प्लेट फार्म को भी चैरिटी के लिए इस्तेमाल करता हूं।
बाबर मुदस्सर की यह दरियादिली उनके मुरीदों को भी काफी मुफीद लग रही है। इसीलिए उनके संगीत के प्रेमी दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। बाबर मुदस्सर का कहना है कि ऊपर वाले ने मुझे जो फन बख्शा है, मैं इसका उपयोग दूसरों की खुशी के लिए करना चाहता हूं। जितना मैं कर पाऊंगा, वह सब मेरे प्रशंसकों की बदौलत ही है। मुझे ऊपर वाले ने जरिया बनाया है, इसलिए मैं खुद को खुशकिस्मत समझता हूं। किसी भी नए प्रोजेक्ट पर काम करते हुए मेरे दिल में यही रहता है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों के काम आ सकूं। दरअसल मैड रोक स्टार म्यूजिक और चैरिटी को अपनी जिंदगी का मकसद बना चुके हैं।