Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 22 जुलाई पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो मोबाईल कॉल कर आपका परिचित बतलाकर धोखाधडी कर लोगों से पैसे ऐंठते थे। गिरोह के सदस्योंं को फरीदाबाद पुलिस की साईबर अपराध शाखा फरीदाबाद ने गिरफ्तार किया है। तीनों ही आरोपी नूंह मेवात के रहने वाले हैं। आरोपियों ने आई पी कॉलोनी निवासी श्रूति शर्मा से झांसा देकर अलग-2 बैंक खातों से करीब 37000/- रु. धोखाधडी से निकाल लिए।
जिला नूंह, पुन्हाना के गांव सुनहेड़ा निवासी मुबारिक, गांव घीडा निवासी वसीम अकरम एवं नगीना निवासी मुस्तफा जोकि हाल में नजदीक सलमा आंगनबाडी के पास अजीजाबाद, जिला पलवल में रहता है मिलकर वारदाता को अंजाम देते थे। ये पहले लोगों के पास काल कर उनको अपनी आवाज पहचानने को कहते हैं। जब व्यक्ति आवाज को पहचानते हुए अपने किसी परिचित का नाम बतलाते हैं, तो जालसाज वही परिचित बनकर उनसे बात करना शुरू कर देते हैं। इसके पश्चात वह अपनी किसी से पेमैन्ट आने का झांसा देकर अपनी पेमैन्ट उन लोगों के खातों मे डलवाने की बात कहते हैं और उनके पास पेमैन्ट लिंक भेजते है। वह पेमैन्ट लिंक पेमैन्ट रिक्वेस्ट के लिए होता है। व्यक्ति जैसे ही उस लिंक पर क्लिक करता है तो उसके खाते से पैसे निकाल लिए जाते है। ऐसा ही इन्होंने श्रूति शर्मा के साथ किया। अपने आप को पीडिता के पिता का परिचित राकेश बतलाकर पीडिता के पास कॉल की और कहीं से उसकी पेमैन्ट आने की बात कहकर, पीडिता के अकांउट मे पैसे डलवाने का झांसा देकर उसके ब्हाटसएप पर लिंक भेजा। जब श्रूति शर्मा ने उस लिंक पर क्लिक किया तो उसके अकाउंट से 37,000/- रूपये निकल गए। बैंक से पैसे निकलने पर उसने अपने आपको ठगा महसूस किया। श्रूति शर्मा निवासी आई.पी. कालोनी ने इसकी शिकायत पुलिस में की। जिस पर अभियोग संख्या 209 दिनांक 07.07.2020 धारा 406, 419, 420, 467,468, 471, 120 बी भा.द.स. थाना सैक्टर 31 फरीदाबाद मे अंकित कराया।
पुलिस आयुक्त मामले का संज्ञान लेते हुए आरोपियो को जल्द पकडने के निर्देश दिए और मकसूद अहमद पुलिस उपायुक्त अपराध के दिशानिर्देश पर अनिल यादव सहायक पुलिस आयुक्त अपराध की देखरेख में निरीक्षक बसन्त कुमार, प्रभारी साईबर अपराध शाखा के नेतृत्व में अनुसंधान अधिकारी उप निरीक्षक योगेश कुमार साथी उ. नि. राजेश कुमार, स.उ.नि. बाबूराम, स.उ.नि. सत्यवीर मु.सि. देवेन्द्र, मु.सि. नरेन्द्र कुमार, सिपाही अंशुल, महिला सिपाही रीतू की एक टीम का गठन किया। जिसने साईबर तकनीक का प्रयोग करके, कड़ी मेहनत करते हुए मुबारिक, वसीम अकरम एवं मुस्तफा को पकडऩे में सफलता हासिल की। पुलिस ने तीनों को अदालत में पेश कर, जेल भेजा जायगा।