Faridabad NCR
स्टार्टअप इकोसिस्टम को प्रोत्साहन देने के लिए जे.सी. बोस विश्वविद्यालय और आरामो प्राइवेट लिमिटेड के बीच समझौता
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 24 नवंबर। नवाचार एवं उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने आरामो प्राइवेट लिमिटेड के साथ रणनीतिक समझौता किया है, जिसका उद्देश्य विश्वविद्यालय के टेक्नोलाॅजी बिजनेस इंक्यूबेटर में विद्यार्थियों को उनके नवाचार विचारों को उद्यम के रूप में विकसित करने में कानूनी सहयोग प्रदान करना है। मिस्टर प्रोफेशनल द्वारा संचालित आरामो प्राइवेट लिमिटेड एक ऐसा मंच है जो उद्यमियों और स्थापित व्यवसायों को कानूनी सहायता प्रदान करता है।
समझौता पर विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ. मेहा शर्मा तथा मिस्टर प्रोफेशनल के सह-संस्थापक श्री आकाश गोयल ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर निदेशक (आरएंडडी) डॉ. मनीषा गर्ग, सहभागिता एवं उद्योग संपर्क मामलों की प्रभारी डॉ. रश्मी पोपली, आईपीआर, इनोवेशन और स्टार्टअप व इनक्यूबेशन मामलों के प्रभारी डॉ. संजीव गोयल तथा समन्वयक डॉ. सपना तनेजा भी उपस्थित थे।
समझौते पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय के प्रयासों एवं प्रतिबद्धता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि अक्सर देखा गया है कि छात्रों के पास अभिवन विचार होते है, लेकिन उनके पास स्वयं का उद्यम को शुरू करने के लिए आवश्यक जानकारी और ज्ञान का अभाव होता है। इस दिशा में काम करते हुए जे.सी. बोस विश्वविद्यालय द्वारा स्टार्टअप एवं इनक्यूबेटर के लिए अलग से व्यवस्था कर रहा है। प्रो. तोमर ने आरामो प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से विश्वविद्यालय के इनक्यूबेशन सेंटर में सुविधाओं का विस्तार होगा तथा विद्यार्थियों को सफल स्टार्ट-अप उद्यम स्थापित करने में मदद मिलेगी।
इस अवसर पर डॉ. संजीव गोयल ने समझौते के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आरामो प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से विश्वविद्यालय के इंक्यूबेशन सेंटर के प्रतिभागियों को कानूनी सहायता उपलब्ध होगी। इस साझेदारी का उद्देश्य विद्यार्थियों को उनके नवीन विचारों को संपन्न स्टार्ट-अप उद्यमों में बदलने के लिए आवश्यक संसाधनों और मार्गदर्शन के साथ सशक्त बनाना है।