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Faridabad NCR

आज बेटियां शिक्षा, खेल व अन्य क्षेत्रों में भी नए नए आयाम स्थापित कर रही हैं : विधायक सीमा त्रिखा

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 27 अक्तूबर। आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा आर जिला प्रशासन फरीदाबाद के संयुक्त तत्वावधान में आज शुक्रवार को एनआईटी स्थित के.एल. मेहता दयानंद महिला कॉलेज के सभागार में आज़ादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया  गया। कार्यक्रम में विधायक सीमा त्रिखा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। कार्यक्रम में पहुँचने पर महर्षि दयानंद एडुकेशन सोसाइटी के प्रसिडेंट आनंद मेहता और कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ मंजू दुआ ने मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ देकर उनका अभिनंदन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि ने मां सरस्वती के समक्ष परंपरागत दीप प्रज्वलित करके किया।

विधायक सीमा त्रिखा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के काल में केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा हर विधा व हर क्षेत्र में विभिन्न गतिविधियों एवं कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज सूचना, जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग हरियाणा और जिला प्रशासन फरीदाबाद द्वारा इस सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

उन्होने कहा कि अंर्तराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संगीतकार पंडित सुभाष चंद्र घोष व उनकी टीम में शामिल कलाकारों ने अपनी शानदार प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया। इस प्रकार के कार्यक्रमों से युवाओं को संगीत के बारे में जानने और सुनने का मौका मिलता है। सभी विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक और खेल कूद की गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर भाग लेना चाहिए। आज बेटियां शिक्षा, खेल व अन्य क्षेत्रों में भी नए नए आयाम स्थापित कर रही हैं। आज का युग कंपयुटर व आईटी का युग है और इसी को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थी मेहनत और लग्न से पढ़ाई  करें ताकि वे देश और प्रदेश के नवनिर्माण में अपना योगदान दें।

आपको बता दे कि पंडित सुभाष चंद्र घोष मूलतः पश्चिम बंगाल से हैं और पद्म विभूषण से अलंकृत सुप्रसिद्ध सरोद वादक उस्ताद अमजद अली खान साहब के शार्गिद हैं। वर्तमान में वे हरियाणा के निवासी है।

उन्होंने कार्यक्रम में संगीत के नए वाद्य यंत्र नव स्वर रागनी की खोज करने वाले अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संगीतकार पंडित सुभाष चंद्र घोष ने अपने वाद्य यंत्र नव स्वर रागनी के माध्यम से बजाई स्वर लहरियों से सांस्कृतिक कार्यक्रम के हर क्षण को यादगार बना दिया। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारम्भ “भजन रघुपति राघव राजा राम, पतित पावन सीता राम” से किया। उसके बाद उन्होंने सूफी संगीत की प्रस्तुति देते हुए “तोसे नैना मिलायके” गीत गाया। तत्पश्चात उन्होंने “आप की नज़रों”, “तू ही रे”, “मुझको आवाज़ दो”, उत्तर पूर्वी लोक संगीत, “पायो जी मैंने प्रेम रतन धन पायो” तथा अंत में “कभी अलविदा न कहना” गीत पर अपनी प्रतुती देकर कार्यक्रम का समापन किया। उन्होंने वाद्यय यंत्र नव स्वर रागनी व ताल के साथ साथ हिन्दी फिल्मी गानों की धुन प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। इसके अलावा शास्त्रीय संगीत की शानदार प्रस्तुतियों से उन्होंने सभी को संगीत की लहरियों के साथ बाधने का काम किया। कॉलेज परिसर संगीतमय हो गया और संगीत की प्रस्तुति को सुनकर सैंकड़ों विद्यार्थियों ने खड़े होकर कलाकारों का अभिवादन किया।

इस मौके पर मुख्य अतिथि विधायक सीमा त्रिखा ने अंतर्राष्ट्रीय संगीतकार पंडित सुभाष चंद्र घोष को  शाल भेंट कर उनका अभिनंदन किया। मुख्य अतिथि विधायक सीमा त्रिखा को भी शाल भेंट कर उनका कार्यक्रम में पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया।

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