Faridabad NCR
गुरूग्राम-फरीदाबाद व बल्लभगढ़-सोहना सड़क मार्गों पर 1 सितंबर से फास्टटैग की सुविधा के साथ टोल करें शुरू : उपायुक्त विक्रम सिंह
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 22 अगस्त। उपायुक्त विक्रम सिंह ने निर्देश दिए कि गुरूग्राम-फरीदाबाद तथा बल्लभगढ़-सोहना सड़क मार्गों पर फास्टटैग की सुविधा शुरू करवाने का कार्य 31 अगस्त तक पूर्ण कर 1 सितम्बर, 2024 से इन सड़क मार्गों पर टोल प्रारंभ करें। साथ ही उन्होंने सड़क मार्गों की भी रिपोर्ट लेते हुए विभिन्न सड़क मार्गों पर गड्ढो को भरने का काम शीघ्रातिशीघ्र पूर्ण करवाने के निर्देश दिए।
कैंप कार्यालय में गुरूवार को विभिन्न विभागों की इंजीनियरिंग विंग के अध्यक्षों की बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त विक्रम सिंह कर रहे थे। बैठक में विशेष रूप से गुरूग्राम-फरीदाबाद एवं बल्लभगढ़-सोहना रोड पर फास्ट टैग सुविधा प्रारंभ करवाने को लेकर चर्चा की गई। उपायुक्त ने रिपोर्ट तलब करते हुए कहा कि फास्टटैग की सुविधा की शुरुआत के लिए ट्रायल का कार्य निर्धारित समयावधि में पूरा करें। ट्रायल सोमवार 26 अगस्त से प्रारंभ करें। उन्होंने समय सीमा निर्धारित करते हुए निर्देश दिए कि 01 सितंबर से फास्टटैग की सुविधा शुरू करवायें। इन सड़क मार्गों पर बनवाड़ी टोल प्लाजा, क्रशर जोन टोल प्लाजा, पाथल टोल प्लाजा तथा मुनैरा टोल प्लाजा पर फास्टटैग की सुविधा के साथ इंटर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करवायें। साथ ही सड़क मार्गों पर सभी सुविधाएं भी सुनिश्चित करें।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने नगर निगम, एफएमडीए, पीडब्ल्यूडी बीएंडआर और एनएचएआई के अधिकारियों को विशेष रूप से निर्देश दिए कि उनकी सड़कों पर पैचवर्क तथा गड्ढो भरने का कार्य शीघ्रातिशीघ्र पूरा करें। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही व देरी स्वीकार्य नहीं होगी। कहीं भी सीवरों के मेनहॉल ढक्कन रहित नहीं होने चाहिए। आवश्यकतानुसार सड़कों पर पौधारोपण भी करवायें। उन्होंने कहा कि सभी इंजीनियरिंग विंग के विभागाध्यक्षों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। यदि किसी भी सड़क मार्ग पर गड्ढा, जलभराव अथवा मेनहॉल खुला मिला तो संबंधित विभागाध्यक्ष के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। सड़क मार्गों पर रिफ्लेक्टर, मार्किंग, साइन बोर्ड आदि सुनिश्चित करें।
उपायुक्त ने विभिन्न सड़कों का उल्लेख करते हुए समीक्षा की। साथ ही उन्होंने अन्य जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए। बैठक में नगर निगम, एफएमडीए, पीडब्ल्यूडी बीएंडआर और एनएचएआई के अधिकारीगण शामिल हुए।