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पर्यावरण संतुलन के लिए वृक्षारोपण जरूरी : डॉ एमपी सिंह

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj :16 जुलाई। अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ एमपी सिंह ने पर्यावरण संतुलन के लिए वृक्षारोपण ज़रूरी पर एक विशेष वेबिनार का आयोजन किया बल्लभगढ़ स्थिति मुख्य कार्यालय पर आयोजन किया आयोजन मुख्य रूप से ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ एमपी सिंह ने बताया कि तपती धूप और तेज गर्मी के दौरान सड़क के किनारे स्थित पेड़ पौधों को पानी पिलाया ताकि वह सुरक्षित रह सकें और मानव जाति को शुद्ध ऑक्सीजन प्रदान कर सकें डॉ एमपी सिंह प्रतिमाह एक कैंटर पानी पौधों को अपनी नेक कमाई में से पिलाते हैं और 2 पौधे लगाकर उनकी देखरेख करते हैं डॉ एमपी सिंह ने कहा कि यदि हम सभी एक पौधे को अपने आस पड़ोस में गोद ले ले और उसकी देखरेख अपने बच्चे की तरह करने लगे तो प्रदूषण से मुक्ति मिल जाएगी और शुद्ध ऑक्सीजन का अभाव भी नहीं रहेगा यदि आप अपने आंगन में फलदार वृक्ष लगाते हैं तो आने वाली पीढ़ी के लिए फलो का भी अभाव नहीं रहेगा यदि धार्मिक स्थानों पर नीम पीपल बड़ आदि के पौधे लगाकर देखरेख करते हैं तो पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिल जाएगी और ऑक्सीजन के लिए दर-दर नहीं भटकना पड़ेगा और ना ही लाखों रुपए खर्च करने पड़ेंगे भले ही किसी प्रकार की आपदा क्यों ना आ जाए जंगलों का तो अपना ही महत्व होता है पेड़ पौधे हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं हमें प्रकृति का साथ देना चाहिए और प्रकृति के साथ ही रहना चाहिए डॉ एमपी सिंह ने बताया कि अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के सभी पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में गर्मियों के दौरान पेड़ पौधों को पानी पिलाते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में वृक्ष का बड़ा महत्व है। एक आदमी को शुद्ध हवा के कम से कम लिए 16 पेड़ चाहिए। लेकिन पूरे विश्व में हर साल लाखों पेड़ों की कटाई कर रहे हैं ये दुनिया में मानव जीवन के लिए बहुत ही खतरनाक है हम सभी को एक प्रतिग्या लेनी चाहिए अपने हर खुशी के मौके पर कम से कम 2-3 पेड़ लगा कर उनकी एक दो साल तक देख रेख करते हुए अपने प्राणों की रक्षा करने में सक्षम हो सकेंगे व्यक्ति पर एक पेड़ है। ये आंकड़े भविष्य के लिए खतरनाक हैं। इस गंभीर समस्या पर हम सजग नहीं हुए तो आने वाली पीढ़ी को सांस लेने में दिक्कत होगी। ग्लोबल वार्मिग का प्रभाव साफ दिखाई पड़ रहा है। तीन-तीन साल तक बारिश नहीं हो रही है। इसका एकमात्र कारण वृक्षों की कमी है। वृक्षों की कटाई पर रोक लगनी चाहिए। हर ग्रामीण अपनी जमीन में पेड़ लगाकर उसकी सुरक्षा करे तो कुछ हद तक पर्यावरण संतुलन में मदद मिलेगी। मानव जाति को शुद्ध ऑक्सीजन प्रदान कर सकें डॉ एमपी सिंह प्रतिमाह एक कैंटर पानी पौधों को अपनी नेक कमाई में से पिलाते हैं और 2 पौधे लगाकर उनकी देखरेख करते हैं डॉ एमपी सिंह ने कहा कि यदि हम सभी एक पौधे को अपने आस पड़ोस में गोद ले ले और उसकी देखरेख अपने बच्चे की तरह करने लगे तो प्रदूषण से मुक्ति मिल जाएगी और शुद्ध ऑक्सीजन का अभाव भी नहीं रहेगा यदि आप अपने आंगन में फलदार वृक्ष लगाते हैं तो आने वाली पीढ़ी के लिए फलो का भी अभाव नहीं रहेगा यदि धार्मिक स्थानों पर नीम पीपल बड़ आदि के पौधे लगाकर देखरेख करते हैं तो पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिल जाएगी और ऑक्सीजन के लिए दर-दर नहीं भटकना पड़ेगा और ना ही लाखों रुपए खर्च करने पड़ेंगे भले ही किसी प्रकार की आपदा क्यों ना आ जाए जंगलों का तो अपना ही महत्व होता है पेड़ पौधे हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं हमें प्रकृति का साथ देना चाहिए और प्रकृति के साथ ही रहना चाहिए डॉ एमपी सिंह ने बताया कि अखिल भारतीय मानव कल्याण ट्रस्ट के सभी पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में गर्मियों के दौरान पेड़ पौधों को पानी पिलाते हैं और पर्यावरण को ठीक रखने के लिए पेड़ पौधा होना अनिवार्य है। इस वेबिनार में राष्ट्रीय पृभारी धर्मेन्द्र चौधरी, संस्थापक हृदयेश कुमार सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कुंवर लखन रावत, राष्ट्रीय महासचिव चंद्रभान शर्मा, राष्ट्रीय सचिव नीलम शर्मा, राष्ट्रीय सचिव नीलम तेवतिया, राष्ट्रीय सचिव सुष्मिता भौमिक, राष्टीय सचिव पूनम चौधरी , उपाध्यक्ष बंटी कोहली ट्रस्टी विमलेश देवी व लालती मिश्रा व प्रदेश अध्यक्ष निधि चौधरी व प्रदेश सचिव सुदर्शन सिंह, प्रदेश सचिव शिव शंकर राय, जिला सचिव राजन कुमार, शाशी सिंह, नीरज कुमार, वेदवीर सिंह, पुस्पेन्द्र सिंह और अन्य लोगों ने अपनी अपनी उपस्थित दर्ज कराईl

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