Faridabad NCR
इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के क्षेत्र में उन्नति पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 16 अप्रैल। जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद में ‘इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नवीन विकास’ (आईसीआरडीईईई 2022) पर आयोजित दो दिवसीय एआईसीटीई प्रायोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आज संपन्न हो गया। सम्मेलन का आयोजन विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा किया गया था। सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के 100 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
समापन सत्र में पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के पूर्व चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक तथा वर्तमान में स्मार्टेक और इमर्जिंग कंट्रोल सिस्टम्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री रवींद्र नाथ नायक मुख्य अतिथि रहे। सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रो. एस.के. तोमर ने की। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. एस. के. गर्ग और डीन एफईटी प्रो. एम.एल. अग्रवाल भी उपस्थित थे।
अपने संबोधन में कुलपति प्रो. एस.के. तोमर ने इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नवाचार और अनुसंधान की आवश्यकता पर बल दिया और उभरती प्रौद्योगिकियों एवं उभरते क्षेत्रों में अनुसंधान करने में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि आज के शोध का परिणाम कल का भविष्य है। उन्होंने प्रतिभागियों को समाज के लाभ के लिए अपने नवीन विचारों और शोध को लागू करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने ऐसे सम्मेलनों के महत्व पर भी जोर दिया और सम्मेलन के सफल समापन पर विभाग को बधाई दी।
अपने समापन भाषण में श्री आर.एन. नायक ने हाल के दिनों में प्रौद्योगिकीय उन्नति पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय प्रौद्योगिकीय उन्नति का परिवर्तनकाल है, जिसमें प्रौद्योगिकीय उन्नति के लिए नए शोध में इंजीनियर्स और इनोवेटर्स भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने भारत के विद्युत क्षेत्र पर एक संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया और बताया कि नई प्रौद्योगिकीय उन्नति से कैसे विद्युत क्षेत्र का भविष्य बदलने वाला है।
इससे पहले कांफ्रेंस चेयर तथा इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग की अध्यक्षा प्रो. पूनम सिंघल ने दो दिवसीय सम्मेलन की कार्यवाही रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि इस दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान उद्योग और अकादमिक जगत के जाने माने वक्ताओं द्वारा दो विशेषज्ञ वार्ता और दो मुख्य व्याख्यान दिए गए। विभिन्न विषयों पर छह तकनीकी सत्रों में कुल 50 शोध पत्र प्रस्तुत किए गए, जिसमें से छह शोध पत्रों को सर्वश्रेष्ठ पेपर पुरस्कार के लिए चुना गया।
सत्र का समापन कुलसचिव डॉ. एस के गर्ग के धन्यवाद ज्ञापित किया। सम्मेलन का आयोजन डॉ साक्षी कालरा और श्री नितिन गोयल द्वारा किया गया।
सतत ऊर्जा विषय पर पोस्टर प्रतियोगिता और छात्रों के तकनीकी प्रोजेक्ट की प्रदर्शनी भी सम्मेलन का हिस्सा रहे। पोस्टर प्रस्तुति में एम.टेक (मैकेनिकल) के छात्र मानव सिंह को प्रथम पुरस्कार दिया गया। कैमिस्ट्री विज्ञान से नूर व प्रिया वशिष्ठ ने दूसरा और बीटेक (इलेक्ट्रिकल) से मोहित व फरमान ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। समारोह के अंत में प्रतिभागियों को प्रतिभागिता प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।