Faridabad NCR
साइबर जागरूकता माह के अंतर्गत साइबर थाना सेंट्रल ने 500 से अधिक नागरिकों को साइबर अपराध से बचाव के तरीकों के बारे में किया जागरूक
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : हरियाणा पुलिस द्वारा मनाए जा रहे साइबर जागरूकता माह के अंतर्गत जिला साइबर अपराध नोडल अधिकारी डीसीपी नीतीश कुमार अग्रवाल के दिशा निर्देश के तहत साइबर थाना सेंट्रल प्रभारी इंस्पेक्टर सतीश व उनकी टीम ने आज सेक्टर 16-17 की मार्केट में 500 से अधिक व्यक्तियों को साइबर अपराध के बारे में जागरूक किया।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि साइबर जागरूकता माह के अंतर्गत फरीदाबाद पुलिस प्रतिदिन विभिन्न विभिन्न स्थानों पर आमजन को साइबर अपराध के प्रति जागरूक करने का काम कर रही है। इसके लिए विभिन्न स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में साइबर थाना सेंट्रल की टीम ने सेक्टर 16 व 17 की मार्केट में मौजूद 500 से अधिक नागरिकों को साइबर अपराध के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें इससे बचाव के उपायों के बारे में बताया। आमजन को जागरूक करते हुए पुलिसकर्मियों ने बताया कि बढ़ती हुई टेक्नोलॉजी के साथ साथ साइबर अपराध की वारदातों में भी लगातार वृद्धि होती जा रही है। साइबर अपराधी ठगी करने के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। आमजन को अपने चंगुल में फंसाने के लिए अपराधी तरह-तरह के लालच देते हैं और जब व्यक्ति लालच में आकर आ जाता है तो वह साइबर अपराध के चंगुल में फंसने के लिए अपना पहला कदम बढ़ा देता है। इसके पश्चात साइबर ठग उसे झांसा देकर उसके बैंक अकाउंट की डिटेल तथा ओटीपी प्राप्त कर लेते हैं और उसके बाद उसके खाते से पैसे अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते हैं। साइबर अपराधी आमजन को अपने चंगुल में फंसाने के लिए व्हाट्सएप, टेलीग्राम, फेसबुक, इंस्टाग्राम इत्यादि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से विभिन्न प्रकार के लॉटरी और गिफ्ट आइटम देने का मैसेज भेजते हैं और इन फ्री के गिफ्ट के लालचवश व्यक्ति इन ठगों की बातों में आकर उनके द्वारा भेजे गए लिंक पर क्लिक कर देते हैं जिसके पश्चात आरोपी उनके मेहनत की सारी कमाई चुटकियों में साफ कर जाते हैं। उन्होंने बताया कि आमजन किसी भी प्रकार की लॉटरी या फ्री गिफ्ट आइटम के लालच में न आएं और अपने अकाउंट, एटीएम कार्ड, पिन नंबर, ओटीपी इत्यादि जानकारी किसी के साथ साझा ना करें तथा इसके बावजूद भी आपके साथ कोई साइबर ठगी की घटना घटित हो जाती है तो इसकी सूचना तुरंत 1930 पर दें। सूचना देते ही अपराधियों के अकाउंट फ्रीज कर दिए जाएंगे और आपकी राशि आपके पास वापस पहुंच जाएगी। उक्त सावधानियों का प्रयोग करके आप साइबर अपराधियों के चंगुल में आने से अपने आप को बचा सकते हैं।