Faridabad NCR
आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत इंस्पेक्टर माया ने खेड़ी गुजरान स्थित कॉलेज पहुंचकर विद्यार्थियों को भ्रूण हत्या, दहेज उत्पीड़न तथा गुड व बेड टच के बारे में किया जागरूक
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : पूरे देश में मनाए जा रहे आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थियों को महिला विरुद्ध अपराध के प्रति जागरूक करने के लिए आज महिला पुलिस थाना एनआईटी प्रभारी इंस्पेक्टर माया ने खेड़ी गुजरान स्थित कॉलेज में पहुंचकर विद्यार्थियों को महिला विरुद्ध होने वाले अपराधों के बारे में जागरूक करके महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि नेशनल सर्विस स्कीम संस्था द्वारा कॉलेज में 7 दिन का एनएसएस स्पेशल कैंप आयोजित किया गया था जिसमे पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा के दिशा निर्देश के तहत कार्य करते हुए स्पेक्टर माया मुख्यातिथि के तौर पर अपनी टीम के साथ कॉलेज में पहुंची जहां पर कॉलेज प्रिंसिपल द्वारा पुष्प भेंट करके उनका भव्य स्वागत किया गया और विद्यार्थियों को महिला विरुद्ध अपराध के प्रति जागरूक करने के लिए स्टेज पर आमंत्रित किया। इंस्पेक्टर माया ने वहां पर मौजूद विद्यार्थियों को आज के इस आधुनिक युग में महिलाओं के विरुद्ध घटित हो रहे अपराधों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कुछ लोग ज्ञान के अभाव में लड़कियों को पैदा ही नहीं होने देते और उन्हें कोख में ही मरवाने का प्रयास करते हैं जोकि कानून के साथ-साथ इंसानियत की नजर में भी एक अपराध है। भगवान ने महिला तथा पुरुष दोनों को बराबर का दर्जा दिया है परंतु लोग इस बात को नहीं समझते और भ्रूण की लिंग जांच करवाते हैं और यदि उन्हें यह पता चल जाए कि गर्भ में लड़की है तो वह उसे गर्भ में ही खत्म करवाने का प्रयास करते हैं। सरकार द्वारा भ्रूण हत्या को रोकने के लिए कानून बनाए गए हैं और यदि कोई भी व्यक्ति व्यक्ति अवैध तरीके से लिंग जांच भ्रूण हत्या करवाता है उसे कानून के तहत सख्त से सख्त सजा का प्रावधान है। विद्यार्थियों को समझाते हुए उन्होंने बताया कि आज के इस युग में महिलाएं कंधे से कंधा मिलाकर पुरुषों के साथ काम करती हैं और उन्हें भी उतने ही अधिकार प्राप्त हैं जितने किसी पुरुष को प्राप्त होते हैं। इसलिए विद्यार्थी अपने आने वाले भविष्य में अपने साथ-साथ अपने अन्य साथियों को भी भ्रूण हत्या के विरुद्ध जागरूक करें। इसके अलावा दहेज उत्पीड़न मामलों के बारे में जागरूक करते हुए इंस्पेक्टर माया ने बताया कि दहेज लेना कानूनन अपराध है और आज के इस युग में दहेज प्रथा को खत्म करने का सबसे कारगर हथियार है शिक्षा और इसके प्रति जागरूकता। उन्होंने बताया कि विद्यार्थी इस सामाजिक जीवन में अपने आसपास दहेज प्रथा को देखते हैं बड़े होकर इसी को आगे बढ़ाते हैं क्योंकि उन्हें इस बात का ज्ञान नहीं होता कि दहेज लेना कानूनन अपराध है। इसलिए सभी विद्यार्थी अपने आने वाले भविष्य में दहेज प्रथा के विरुद्ध खड़े हों तथा समाज में दहेज की कुप्रथा को खत्म करने में अपना अहम योगदान दें। इसके साथ ही विद्यार्थियों को गुड व बैड टच के बारे में जागरूक करते हुए उन्हें बताया कि यदि कोई भी व्यक्ति ने गलत तरीके से स्पर्श करने की कोशिश करता है तो उसके बारे में अपने परिजनों को बताएं क्योंकि यदि वह इसका विरोध नहीं करेंगे वह फिर से उनके साथ गलत हरकत करने की कोशिश करेगा। उन्होंने बताया कि पहले इस बात के बारे में बहुत कम जानकारी होती थी कि गुड टच बैड टच क्या होता है परंतु आजकल इसके प्रति जागरूकता अभियान चलाकर विद्यार्थियों को इसकी जानकारी दी जा रही है इसलिए यदि कोई भी व्यक्ति उन्हें गलत तरीके से छूने की कोशिश करता है तो चुप रहकर इसे सहन करने की कोशिश ना करें क्योंकि यह आगे चलकर उनके शोषण का कारण बन सकता है। इसलिए इसके विरुद्ध एकजुट होकर लड़ाई लड़ें ताकि समाज में महिला सुरक्षा को बढ़ावा दिया जा सके।
इंस्पेक्टर माया ने बताया कि महिला तथा बच्चों की सुरक्षा के लिए पुलिस द्वारा 1091 तथा 1098 नंबर जारी किया गया है तथा इसके साथ ही डायल 112 प्रोजेक्ट भी शुरू किया जा चुका है जिस पर संपर्क करके आप महिला विरुद्ध होने वाले अपराधों के बारे में पुलिस को सूचित कर सकते हैं। इसके अलावा विद्यार्थियों के मोबाइल में दुर्गा शक्ति एप को डाउनलोड करवाकर इसके बारे में विद्यार्थियों को इसके बारे में जागरूक किया और बताया कि वह किस प्रकार इसका उपयोग करके पुलिस को सूचित कर सकते हैं।पुलिस द्वारा सूचना मिलते ही तुरंत कार्रवाई की जाएगी और अपराधी को जल्द से जल्द सजा दिलवाकर पीड़ित को न्याय दिलवाया जाएगा।