Faridabad NCR
विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल घरौड़ा में नन्हें-मुन्हें बच्चों संग धूमधाम से मनाया वैसाखी पर्व
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल घरौडा में शुक्रवार को डा. भीमराव अंबेडकर जंयती के साथ वैसाखी पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस कार्यक्रम में नर्सरी कक्षा से लेकर तृतीय कक्षा के नन्नें-मुन्हें बच्चों ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचें बच्चों ने वैसाखी पर्व पर रंग बिरंगी पौशाकों को धारण कर स्कूल के प्रागंण को चार-चांद लगा रहें थे।
विद्यालय के चैयरमैन धर्मपाल यादव ने डा. भीमराव अंबेडकर जंयती की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज भारतीय संविधान के शिल्पकार, आधुनिक भारत के निर्माता, महान समाज सुधारक, सामाजिक समानता के प्रबल पक्षघर, भारत रत्न बाबासाहेब डा. भीमराव अंबेडकर की जंयती है। सभी अंबेडकर जी से बहुत कुछ सीख सकते है, लेकिन दो गुण ऐसे है जो हर भारतीय में होने चाहिए। जिसमें समानता के प्रति वह प्रतिबध्द थे, वह हर चीज को समानता की दृष्टि से देखते थे और हर भारतीय में समानता के प्रति भाव बहुत जरूरी है। वहीं डा. बीआर. अंबेडकर बहुत पढ़ते थे और वे बचपन से ही मेधावी छात्र रहे। उनमें ज्ञान की आकांक्षा बहुत अधिक थी। इसी के चलते उन्होंने लगभग 32 डिग्री हासिल की और विदेश से डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की। विद्यार्थी को चाहिए कि वह अपने ज्ञान को अधिक से अधिक बढ़ाने के लिए हर समय जागरूक रहे। ताकि पढ़ा लिखा व्यक्ति पढ़ा लिखा समाज बनाकर खड़ा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
इस क्रम में विद्यालय के निदेशक दीपक यादव ने सभी को वैसाखी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज खुशियों और समृद्धि का कृषि पर्व वैसाखी है। सिख समुदाय के लोग वैसाखी को नए साल के रूप में मनाते हैं। इस दिन लोग अनाज की विधिवत पूजा कर ईश्वर को धन्यवाद देते हैं। इसलिए इस पर्व को धन्यवाद दिवस भी कहा जाता है। इसके पश्चात दोस्तों, रिश्तेदारों और करीबियों के साथ मिलकर खुशियां मनाते हैं। साथ ही मिठाइयां बांटकर एक दूसरे का मुंह मीठा करते हैं। वहीं दीपक यादव ने धार्मिक मान्यता के अनुसार आज के दिन की महत्वता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वैसाखी के दिन ही ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की है। अत: वैसाखी पर्व का विशेष महत्व है। इसी दिन गंगा पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं। इस लिए सभी को धूमधाम से वैसाखी पर्व मनाना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय मेंं पहुंंचने वाले अभिभावकों,अध्यापक और अतिथियों का आभार व्यक्त कर प्रसाद वितरण किया।