Faridabad NCR
कुलपति प्रो. तोमर ने किया ‘सुभाष-स्वराज-सरकार’ शोध प्रतियोगिता के पोस्टर का विमोचन
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 9 सितम्बर। जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने आज ‘सुभाष-स्वराज-सरकार’ शोध पत्र लेखन प्रतियोगिता के पोस्टर का विमोचन किया। प्रतियोगिता का आयोजन भारतीय शिक्षण मंडल के युवा आयाम तथा रिसर्च फॉर रिसर्जेंस फाॅउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में किया जा रहा है।
प्रतियोगिता का विषय नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन एवं दर्शन पर आधारित है। पोस्टर विमोचन के अवसर पर भारतीय शिक्षण मंडल, हरियाणा के प्रांत मंत्री श्री सुशील शर्मा, जिलाध्यक्ष श्री अशोक कुमार नेहरा, विभिन्न शैक्षणिक विभागों के डीन एवं अध्यक्ष भी उपस्थित थे।
कुलपति प्रो. तोमर ने प्रतियोगिता के माध्यम से नवीन शोध को बढ़ावा देने के लिए भारतीय शिक्षण मंडल के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रतियोगिताओं के माध्यम से युवाओं का शोध के प्रति रूझान बढ़ेगा और महान स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन एवं दर्शन के अध्ययन से उनसे संबंधित अहम पहलु सामने आयेंगे।
श्री सुनील शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता के अंतर्गत शोध पत्र के छह विषय रहेंगे, जिसमें आत्मनिर्भर भारतः सुभाष की दृष्टि में, आजाद हिन्द सरकारः महत्व एवं संरचना, स्वाधीनता के अज्ञात वीर, अंतर्राष्ट्रीय संबंध दृष्टिः नेताजी से आज तक, अमृतकाल के सुभाष संकल्पः 2022 से 2047 तथा अनिवार्य सैन्य प्रशिक्षण की आवश्यकता शामिल हैं। प्रतियोगिता के चार स्तर रहेंगे, जिसमें स्नातक, परा-स्नातक, शोधार्थी तथा 40 वर्ष की आयु से कम के अन्य प्रतिभागी शामिल हो सकते है। प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए प्रतिभागियों को 20 सितम्बर तक www.bsmbharat.org पर पंजीकरण करवाना होगा तथा 30 सितम्बर तक उपरोक्त विषयों पर अपने शोध पत्र जमा करवाने होंगे।
श्री शर्मा ने बताया कि प्रतियोगिता में प्रत्येक राज्य से तीन प्रतिभागियों का चयन किया जायेगा। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के विजेता को राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले यूथ रिसर्चर काॅक्लेव में हिस्सा लेने का अवसर दिया जायेगा। इसके अलावा, चयनित प्रतिभागियों को सामाजिक सोशल इंटर्नशिप का अवसर भी मिलेगा। राष्ट्रीय स्तर के सर्वोत्कृष्ट शोधकर्ताओं को रिसर्च फॉर रिसर्जेंस फाॅउंडेशन द्वारा फैलोशिप भी दी जायेगी। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को विशेष पुरस्कार दिये जायेंगे।