Faridabad NCR
चोरी, अवैध हथियार की 21 वारदातों को अंजाम दे चुका शातिर चोर मूलचंद उर्फ मुलवा अपने साथी आरोपी सुनार सहित चढ़ा क्राइम ब्रांच बॉर्डर के हत्थे
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : डीसीपी क्राइम श्री मुकेश मल्होत्रा के द्वारा अपराधिक मामलो में शामिल आरोपियो की धर-पकड़ के दिए गए दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच सेक्टर बॉर्डर प्रभारी संदीप कुमार की टीम ने चोरी व अवैध हथियार के 21 मुकदमों में शामिल शातिर चोर को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इस मामले में आरोपी के साथी सुनार को भी गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मूलचंद उर्फ मुलवा तथा मनीष का नाम शामिल है। दोनों आरोपी मध्य प्रदेश के छतरपुर एरिया के रहने वाले हैं। आरोपी मनीष पेशे से सुनार है। क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए 5 जुलाई को आरोपी मूलचंद को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर मामले में गहनता से पूछताछ की गई जिसमें सामने आया कि आरोपी मूलचंद के खिलाफ 21 मुकदमे दर्ज हैं जिसमें 6 मुकदमे मध्य प्रदेश तथा 15 मुकदमे फरीदाबाद में दर्ज है। 21 मुकदमों में 18 मुकदमे चोरी के शामिल है। आरोपी छतरपुर के माधवा थाने का हिस्ट्रीशीटर है।आरोपी बहुत ही शातिर किस्म का चोर है जो बंद मकान में चोरी की वारदातों को अंजाम देता है। पुलिस रिमांड के दौरान सामने आया कि आरोपी सिर्फ बड़ी-बड़ी कोठियों में ही चोरी की वारदात को अंजाम देता है। चोरी की वारदातों को अंजाम देने के लिए आरोपी सुबह सेक्टर एरिया में घूमता है और जिस भी मकान के बाहर ताला लगा मिलता है या बाहर से गेट बंद होता है तो आरोपी उस घर में घुस जाता है और घर से पैसे या सोना दो ही चीज चोरी करता है। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी मोबाइल लैपटॉप या कोई अन्य प्रकार का सामान चोरी नहीं करता क्योंकि उसे लेकर जाना मुश्किल होता है इसलिए आरोपी सिर्फ कैश और गोल्ड चोरी करता है। चोरी के एक मुकदमे में आरोपी ने एक मकान से 3 लाख रुपए चोरी किए थे जिसमें से उसने 1.07 लाख रुपए की स्कूटी अपनी पत्नी के नाम खरीद ली और बाकी के पैसे अय्याशी में उड़ा दिए। चोरी किया गया सोना आरोपी ने अपने साथी सुनार मनीष को बेचा था जिसे गिरफ्तार करके उसके कब्जे से पैसे बरामद किए गए हैं। आरोपी को फरीदाबाद पुलिस द्वारा पहले भी गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है। आरोपी जेल से बाहर आता है और फिर से चोरी की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर देता है। पुलिस पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपी को अदालत में दोबारा पेश करके जेल भेज दिया गया है।