Faridabad NCR
समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने और एक आदर्श नागरिक बनाने में सहभागी है विद्यार्थी परिषद : मुख्यमंत्री
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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 14 फरवरी। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद केवल एक छात्र संगठन नहीं, बल्कि यह एक विचारधारा है। यह विद्यार्थियों को राष्ट्रहित में सोचने और कार्य करने के लिए प्रेरित करता है। इसका उद्देश्य केवल शिक्षा तक सीमित नहीं बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने और एक आदर्श नागरिक बनाने की प्रक्रिया में सहायक बनना है। मुख्यमंत्री शुक्रवार को फरीदाबाद के जेसी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय फरीदाबाद के सभागार में तीन दिवसीय अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 56 वें प्रांतीय अधिवेशन का दीप प्रज्ज्वलन के साथ शुभारंभ कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद 365 दिन विद्यार्थियों के लिए काम करने वाला संगठन है। शहीदों और महापुरुषों का सम्मान करने वाला संगठन है। यह महिलाओं और शिक्षकों का सम्मान करने वाला संगठन है। वे खुशी व्यक्त करते हैं कि इस संगठन की स्थापना वर्ष 1948 में हरियाणा के ही अंबाला शहर से ही हुई थी। उन्होंने कहा कि इस तीन दिवसीय प्रान्तीय सम्मेलन में हरियाणा प्रान्त के 600 से अधिक विद्यार्थी, शिक्षक और शिक्षाविद अपने विचारों की अभिव्यक्ति के लिए पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि आज हरियाणा सर्वाधिक प्रतिभाशाली, होनहार, परिश्रमी और निष्ठावान युवाओं का प्रदेश है। अधिवेशन में छात्र शक्ति-राष्ट्र शक्ति को देखते हुए यहां राष्ट्र के सामने आई चुनौतियों पर भी गहरा विचार मंथन होगा।
श्री सैनी ने युवा शक्ति को प्रेरित करते हुए कहा कि संगठन का घोष वाक्य-ज्ञान, शील व एकता है, ऐसे में यह तीनों मूल्य देश को सशक्त, आत्मनिर्भर व समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि ज्ञान मूल्य के मामले में हमें युवा पीढ़ी को गर्व है क्योंकि युवाओं ने देश-विदेश में सभी क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा की धाक जमाई है। वहीं दूसरे मूल्य शहल का सीधा संबंध चरित्र से है, चरित्र निर्माण अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का प्रमुख प्रकल्प है। इसी प्रकार तीसरा घोष वाक्य-एकता है। जिसमें कोई भी देश, समाज व संगठन एकता के आधार स्तंभ पर ही खड़ा रह सकता है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रवादी संगठन ने पिछले 75 सालों में भारत की एकता व अखण्डता के लिए कड़ा संघर्ष किया है। इसी एकता व अखंडता को स्थापित करने वाले भारत के संविधान का 75वां साल अब पूरा देश मना रहा है। पूरे देश में हमारा संविधान-हमारा स्वाभिमान अभियान चल रहा है। ऐसी ही राष्ट्रीय और सांस्कृतिक एकता का संगम इन दिनों में प्रयागराज में महाकुंभ में देखने को मिल रहा है। इस बार के महाकुंभ में युवाओं की भागीदारी पहले से बहुत अधिक हो रही है। यह इस बात का प्रमाण है कि हमारे युवा संस्कृति के प्रति जागरूक हो गए हैं। इस जागरूकता में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का उल्लेखनीय योगदान है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे पहले ऐसा ही परिदृश्य पिछले साल अयोध्या में भगवान श्री राम के नव्य-दिव्य और भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समय देखने को मिला था। उस समय पूरे भारत ने ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में जहां तक भी भारतीय संस्कार फैले हैं, वहां तक दिवाली मनाई गई थी। उसमें भी युवाओं ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी। उन्होंने आह्वान किया कि सबको साथ लेकर चलें -हयात लेके चलो कायनात ले के चलो, चलो तो सारे जमाने को साथ ले के चलो। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र का भविष्य उसकी युवा पीढ़ी पर निर्भर करता है। भारत के पास आज विश्व की सबसे बड़ी युवा शक्ति है और यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम इस ऊर्जा को सही दिशा में लगाएं। प्रधानमंत्री ने विकसित भारत हेतु युवाओं को पहला स्तंभ माना है। उनका मानना है कि विकसित भारत का निर्माण करने के लिए हमें चार अमृत स्तम्भों को मजबूत करना होगा। ये अमृत स्तम्भ हैं- हमारी युवा शक्ति, हमारी नारी शक्ति, हमारे किसान तथा मध्यम व गरीब वर्ग। इसमें युवा शक्ति आप हैं। विकसित भारत की शक्ति आप हैं। आप ही के बलबूते हरियाणा विकसित भारत के निर्माण में सशक्त भूमिका निभा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि भाजपा सरकार का यह तीसरा कार्यकाल है। पिछले दो कार्यकालों के 10 वर्षों में हरियाणा सरकार ने पूरा प्रयास किया है कि युवाओं को खुला आसमान दें। सरकार ने युवाओं को 21वीं सदी की आधुनिक शिक्षा देने के लिए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की है। हाथ के हुनर से कमाल करने वाले नौजवानों की मदद के लिए पी.एम. विश्वकर्मा योजना लागू की है। प्रदेश के युवाओं को स्किल से जोड़ने के लिए राज्य में देश का पहला श्री विश्वकर्मा विश्वविद्यालय भी खोला गया है। उन्होंने कहा कि हर युवा का एक सपना होता है कि वह अच्छी नौकरी लगे या अपना रोजगार शुरू कर अपने परिवार, देश समाज के लिए कुछ कर सके। आप जिस भी लक्ष्य को हासिल करना चाहते हैं, हम उसमें आपका पूरा साथ देंगे। फिर चाहे शिक्षा की बात हो, स्किल डेवलपमेंट की बात हो, स्वरोजगार के लिए मदद की बात हो अथवा विदेश में जाने की बात हो, हम हर कदम पर आपके साथ खड़े हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने युवाओं के सपनों को पूरा करने के लिए पिछले 10 सालों में बिना पर्ची-खर्ची के 1 लाख 75 हजार से अधिक युवाओं को योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियां दी हैं। इसके अलावा, अपने तीसरे कार्यकाल में 2 लाख युवाओं को योग्यता के आधार पर पक्की सरकारी नौकरियां देने का लक्ष्य रखा हुआ है और इसे हर हाल में पूरा करेंगे। हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से भी युवाओं को न केवल रोजगार दिया है बल्कि उन्हें रोजगार की सुरक्षा भी दी है ताकि उन्हें 58 साल तक कोई भी बाहर न कर सके। विदेशों में रोजगार की तलाश करने वाले युवाओं के लिए उनकी तकलीफों को देखते हुए और उन्हें डंकी रूट से भेजने वाले लोगों की जालसाजी को खत्म करने के लिए हमने अपने युवाओं को विदेशों में शिक्षा व रोजगार दिलाने के लिए विदेश सहयोग विभाग बनाया है। अब युवाओं के कॉलेज में ही नि:शुल्क पासपोर्ट बनाए जा रहे हैं। अब तक 35 हजार से अधिक युवाओं के पासपोर्ट बनाये जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्राइवेट क्षेत्र में भी युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिल सके, इसके लिए डुअल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग के तहत लगभग 258 उद्योगों के साथ साझेदारी कर युवाओं को व्यावहारिक प्रशिक्षण देने का भी काम शुरू किया है। सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2030 तक राज्य का हर युवा हुनरमंद हो और वित्तीय रूप से समृद्ध हो और इसी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए स्कूलों में एमएसक्यूफ, कॉलेजों में पहल योजना, विश्वविद्यालयों में इन्क्यूबेशन सेंटर और तकनीकी संस्थानों में उद्योगों की जरूरत के अनुसार प्रशिक्षण के लिए उद्योगों के साथ एम.ओ.यू. करने जैसे कारगर कदम उठाए गए हैं। शिक्षा के क्षेत्र में भी नई ऊंचाइयों को प्राप्त किया है। शिक्षा में सुधार के लिए उच्चतर शिक्षा परिषद की स्थापना हुई है। प्रदेश में 10 नये विश्वविद्यालय खोले गए हैं। साथ ही 52 नये राजकीय महाविद्यालय खोले हैं, जिनमें 31 राजकीय महिला महाविद्यालय हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज युवाओं के सामने अगर सबसे बड़ी कोई चुनौती है, तो वह नशा है। आपको खुद को भी इसमें जाने से रोकना है। अपने मित्र-बंधु को भी इसमें जाने से बचाना है और जो इसमें जा चुके हैं, उन्हें भी बाहर लाना है। हम नशे के विरुद्ध जागरूकता पैदा करने के लिए संतों-महात्माओं, स्वयंसेवी संस्थाओं और नागरिक संस्थाओं के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हरियाणा सरकार युवाओं को भी नशे से दूर रखने के लिए खेलों को बढ़ावा दे रही है। विद्यार्थियों की प्रतिभा और क्षमता पर पूरा भरोसा है और इस प्रतिभा व क्षमता को निखारने व चमकाने के लिए हरियाणा सरकार हरसंभव साधन व सहायता उपलब्ध करवा रहे हैं।
अधिवेशन में विशिष्ट अतिथि पद्मश्री अवार्डी अरुणिमा सिन्हा, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशीष चौहान, प्रांत अध्यक्ष डा.सुशील मेहता, प्रांत मंत्री राहुल वर्मा, स्वागत समिति अध्यक्ष सज्जन कुमार जैन, सचिव रामवीर, पारस चौधरी व मीनाक्षी शर्मा सहित बल्लभगढ़ से विधायक एवं पूर्व मंत्री मूलचंद शर्मा व अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।