Faridabad NCR
ग्रेटर फरीदाबद स्थित विद्यासागर इंटरनेशनल करेगा मेजबानी, प्रदेश भर के गर्ल्स खिलाड़ी होगें उपस्थित
Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : घरौड़ा स्थित विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में 12-13 मई (दो दिवसीय) 38 वीं गर्ल्स तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन होने जा रहा है। इससे पूर्व में यह प्रतियोगिता सन 2003 में एनआईटी स्थित दशहरा मैदान मेें आयोजित की गई थी। इसके उपरांत यह पहला ऐसा अवसर है जहां ग्रामीण अंचल स्थित विद्यासागर इंटरनेशनल में आयोजित होने जा रही है। इस प्रतियोगिता में हरियाणा प्रदेश के लगभग 20 से अधिक जिलों की गल्र्स तीरंदाजी खिलाड़ी एक साथ एक मैदान में अपनी प्रतिभा को दिखाएगी। उम्मीद जताई जा रही है कि इस प्रतियोगिता में प्रदेश भर के लगभग 550 से अधिक खिलाडिय़ों की उपस्थिति रहेगी।
इस प्रतियोगिता को लेकर उत्साहित विद्यासागर इंटरनेशनल के निदेशक दीपक यादव ने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिता उनका विद्यालय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को चार चांद लगाने का कार्य कर रहा है। जिसके चलते विद्यालय में छात्रों का दाखिला निशुल्क रखा है, वहीं छात्राओं को प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए प्रयास रहता है। इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए विद्यालय में राज्य गल्र्स तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें 12 मई को प्रथम इंडियन राउंड प्रतियोगिता का शुभारंभ किया जाएगा। प्रथम दिन में अंडर-9 गर्ल्स से लेकर सीनियर खिलाड़ी भाग लेगें। जिसका शुभारंभ तिगांव के विधायक राजेश नागर करेंगे। जिसमें खास बात यह रहेगी कि इस दिन होने वाली प्रतियोगिता के परिणाम भी इस दिन घोषित कर पुरस्कार वितरण किया जाएगा। इस प्रकार द्वितिय दिन भी इंडियन राउंड प्रतियोगिता चलेगी। जिसमें अंडर-9 गर्ल्स से लेकर सीनियर गर्ल्स खिलाड़ी भाग लेगीं। यादव ने प्रतियोगिता की तैयारियों को लेकर बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए विद्यालय की तरफ से तमाम इंतजाम कर लिए गए है। दूर-दराज से आने वाली गर्ल्स खिलाडिय़ों के विद्यालय तक पहुंचने के मार्ग में चिन्हित बोर्ड लगाएं जा रहे है, ताकि किसी को सफर परेशानी न हो। वहीं विद्यालय परिसर में भी बेहरत इंतजाम के लिए कोच नीरज वशिष्ठ के अलावा योगय महिला शिक्षिकाओं को नियुक्त किया गया है। मैदान को प्रतिदिन बेहतर बनाने पर कार्य किया जा रहा है। जहां विशेष तौर पर गर्ल्स के लिए हेल्प काउंटर बनाया गया है, जहां विद्यालय में पहुंचने वाली गर्ल्स खिलाड़ी मदद लें सकती है।