Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 31 जनवरी। कांग्रेसी नेता विजय प्रताप सिंह रविवार को पलवल में कृषि कानूनों के विरोध में आयोजित 52 पाल की किसान महापंचायत में समर्थन देने पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने किसानों की हौसलाफजाई करते हुए कहा कि किसान हिन्दुस्तान की सबसे बड़ी बिरादरी है। सेना में जो जवान हैं, वो भी किसानों के बच्चे हैं। मगर, भाजपा सरकार ने आज ऐसी स्थिति पैदा कर दी है कि किसान और जवान को एक-दूसरे के सामने लाकर खड़ा कर दिया है। इस अवसर पर उन्होंने किसानों को शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन को आगे बढ़ाने की अपील की और कहा कि हमें यह ध्यान रखना होगा कि 26 जनवरी जैसी गलती दोबारा न हो। विजय प्रताप ने प्रदेश की हरियाणा सरकार के आदेश पर किसानों पर लाठियां बरसाने एवं अश्रु गैस के गोले छोडऩे की घटना की कड़ी निंदा की। इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए कोई मजबूत योजना बनाए जाने का भी आह्वान किया। विजय प्रताप ने महापंचायत को पूर्ण समर्थन प्रदान करते हुए 2 लाख रुपए का अनुदान भी दिया। श्री प्रताप ने कहा कि देश का किसान 2 महीने से भी अधिक समय से सडक़ों पर अपने हकों के लिए बैठे हैं, किसानों को उनका हक मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे देश ने वो समय भी देखा है, जब खाने-पीने के सामान की भारी कमी थी। जिसके चलते देश के प्रथम प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को हरित क्रांति लानी पड़ी और देश के लोगों से एक दिन का उपवास रखने की अपील भी की गई थी। मगर, आज बड़ी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है, हमारे अन्नदाता जिन्होंने उस स्थिति से हमें बाहर निकाला, अपने हक की लड़ाई के लिए सडक़ों पर बैठने को मजबूर हैं।