Faridabad NCR
पत्नी ने लीवर दान कर बचाई अपने पति की जान, फरीदाबाद के मैट्रो हॉस्पिटल में हुआ लीवर ट्रांसप्लांट
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : मैट्रो हॉस्पिटल फरीदाबाद का पहला अस्पताल है जहाँ वाराणसी के लीवर सिरोसीस मरीज का सफलतापूर्वक लीवर ट्रांसप्लांट किया गया। मैट्रो हॉस्पिटल फरीदाबाद में अत्याधुनिक लीवर समस्याओं के इलाज़ के साथ लीवर ट्रांसप्लांट की सुविधा भी उपलब्ध है।
डॉ. पुरषोत्तम लाल, पदम् भूषण, पदम् विभूषण और डॉ. बी.सी. रॉय नेशनल अवॉर्डी (चेयरमैन – मैट्रो ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स) ने बताया कि फरीदाबाद में लीवर की बिमारियों के इलाज़ की सही सुविधा न होने के कारण कई बार मरीज का या तो सही समय पर सही इलाज़ नहीं मिल पाता था जिससे उनकी जान जाने का खतरा बढ़ जाता था, या फिर शहर से बाहर जाकर महंगा इलाज़ करवा कर जान बचानी पड़ती थी। मैट्रो हॉस्पिटल पिछले 22 वर्षाे से फरीदाबाद और आस-पास के क्षेत्रा वासियों के लिए विश्वस्तरीय स्वास्थ सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। अपनी इसी प्रतिबद्धता के चलते फरीदाबाद में ही, ना केवल देश के अनुभवी लीवर विषेशज्ञों को एकत्रित किया बल्कि लीवर सम्बन्धी छोटे से इलाज़ से लेकर, लीवर ट्रांसप्लांट जैसे जटिल व बड़े इलाज़ को भी उपलब्ध करवाने का जिम्मा उठाया। लीवर से ग्रसित मरीजों को सही समय पर सही ईलाज मिलने से मरीज की जिन्दगी केवल बचायी ही नहीं जा सकती बल्कि उनकी जिन्दगी भी पूर्ण रूप से परिवर्तित हो जाती है। फरीदाबाद के मैट्रो हॉस्पिटल में अब लीवर ट्रांस्प्लांट एवं लीवर से जुड़ी बिमारियों के लिए सारी सुविधायें उपलब्ध हैं। लीवर बिमारियों से ग्रसित मरीजों के लिए फरीदाबाद के बाहर जाने कि आवश्यकता नहीं है क्योंकि इनसें जुड़ी सारी बिमारियों का ईलाज मैट्रो हॉस्पिटल फरीदाबाद में उपलब्ध हैं।डॉ. नीरज जैन – मेडिकल डायरेक्टर एवं डायरेक्टर इन्टरवेन्शनल कार्डियोलॉजी ने बताया कि मैट्रो हॉस्पिटल फरीदाबाद ने पिछले कई वर्षों में अपनी ओ पी डी में और कैम्प्स में पाया की लीवर से सम्बंधित रोगों से ग्रषित मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और फरीदाबाद में सही इलाज़ की सुविधा ना होने पर मरीज देश के अन्य शहरों के अस्पतालों में इलाज़ कराने पर मजबूर हो रहे हैं। मैट्रो हॉस्पिटल ने शुरू से ही फरीदाबाद में सबसे आधुनिक इलाज और सबसे अनुभवी विशेषज्ञों की सुविधा उपलब्ध कराने पर जोर दिया है फिर वो चाहे दिल के रोग हो या अन्य रोग। हमें आज बहुत ही ख़ुशी और गर्व का अनुभव हो रहा है जब हम वही इलाज़ की सुविधा अब लीवर की बिमारियों से ग्रषित रोगियों को प्रदान करने में सक्षम बन पाए। मैट्रो हॉस्पिटल श्रीमान राठौर का शुक्रिया करता है जिन्होंने मैट्रो हॉस्पिटल और हमारी लीवर ट्रांसप्लांट टीम पर अपना भरोसा जताया और सर्जरी के 14 दिन बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर वो अपनी दिनचर्या में वापस लौट पाए।