Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 5 मई। जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के संचार एवं मीडिया तकनीकी विभाग ने बीएससी वीसीएमटी विद्यार्थियों के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। जिसका विषय “वायरफ्रेम से वाव: वास्तविक उपयोगकर्ताओं के लिए यूआई तैयार करना। इस सत्र का संचालन विशेषज्ञ यूएक्स डिज़ाइनर योगेंद्र कुमार द्वारा किया गया। विभागाध्यक्ष प्रो. पवन सिंह ने स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका स्वागत किया।
संचार एवं मीडिया तकनीकी विभाग चेयरमैन प्रो. पवन सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि व्यावहारिक ज्ञान के कौशल के लिए ऐसे विशेषज्ञ कार्यशाला का आयोजन विभाग समय समय पर करता हैं। स्वयं को अपडेट करना व नया सीखते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि वक्ता को सभी ध्यान से सुने, समझे और सीखें यह आप सभी के पाठ्यक्रम का महत्वपूर्ण हिस्सा है।जो आप सभी विद्यार्थियों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा।
कार्यशाला में विशेषज्ञ योगेंद्र कुमार ने बताया कि यूआई, यूएक्स स्किल्स आज इंडस्ट्री की आवश्यकता है। उन्होंने “छात्र बजट ट्रैकर ऐप” को डिज़ाइन करने पर विशेष ध्यान दिया गया, जहाँ प्रतिभागियों को यूआई/यूएक्स प्रक्रिया के प्रत्येक चरण के माध्यम से निर्देशित किया गया। विचार से लेकर वायरफ्रेमिंग और उच्च-विश्वसनीय प्रोटोटाइप बनाने तक। सत्र में सत्र में फिगमा के साथ काम करना सीखना विशेष रहा, जिसमें एक शक्तिशाली इंटरफेस डिज़ाइन टूल है। हमने इसके आवश्यक फीचर्स का अन्वेषण किया जैसे:
– ऐप के लिए दृश्य दिशा बनाने के लिए मूडबोर्डिंग
– डिज़ाइन स्थिरता के लिए लाइब्रेरीज़ बनाना और उपयोग करना
– कुशल और उत्तरदायी डिज़ाइन के लिए कंपोनेंट डिज़ाइन, वेरिएंट्स और ऑटो लेआउट
– उपयोगकर्ता प्रवाह और अन्तरक्रियाशीलता को प्रदर्शित करने के लिए प्रोटोटाइपिंग
प्रतिभागियों ने यूआई सिद्धांतों को लागू करने और एक डिज़ाइन सिस्टम दृष्टिकोण का उपयोग करके एक कार्यात्मक और सौंदर्यपूर्ण ऐप इंटरफेस का निर्माण करने में मूल्यवान व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया। इस कार्यशाला में “उद्देश्य के साथ डिज़ाइनिंग” थीम पर जोर दिया गया। जिससे विद्यार्थियों को उपयोगकर्ता-केंद्रित डिज़ाइन के महत्व को समझने में मदद मिली। यह एक समृद्ध अनुभव था जिसने हमें सैद्धांतिक अंतर्दृष्टि और व्यावहारिक कौशल दोनों के साथ सशक्त बनाया। जो यूआई/यूएक्स के क्षेत्र में भविष्य की परियोजनाओं के लिए एक मजबूत आधार तैयार करता है। कार्यशाला समापन पर कोऑर्डिनेटर अस्सिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सोनिया हुड्डा ने सभी उपस्थित फेकल्टी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि दो दिवसीय कार्यशाला में प्रथम दिन बीएससी वीसीएमटी द्वितीय वर्ष और दूसरे दिन प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए निर्धारित थी जो कि उनके लिए बहुत उपयोगी सिद्ध हुई।