Nuh Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज नूह में ऊर्जा संरक्षण व नियंत्रण पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें सभी प्रतिभागियों से ऑनलाइन तरीके से अपने विचार साझा किए। इस कार्यशाला में 175 लोगों ने हिस्सा लिया।
कार्यशाला के मुख्या वक्ता
हरियाणा वक्फ बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुहम्मद शाहीन आईएएस ने अपने संदेश में मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज, शिक्षकों व छात्रों को शुभकामनाएं भेजते हुए कहा कि शिक्षण संस्थानों, शिक्षकों, छात्रों को मिलकर समाज के लिए काम करना होगा जिससे सकारत्मक बदलाव आएगा।
एनआईटी जालंधर के पूर्व निदेशक प्रो मोइनुद्दीन ने कार्यशाला में बतौर एक्सपर्ट शिरकत करते हुए कहा ऊर्जा संरक्षण बहुत जरूरी है और ऊर्जा उत्पादन के ही समान है। ऊर्जा संरक्षण के लिए हरेडा व मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज नूह की सामूहिक पहल महत्वपूर्ण है, कॉलेज के निदेशक डॉ ख्वाजा मुहम्मद रफी इसके लिए बधाई का पात्र हैं।
कार्यशाला में जिले के शिक्षा अधिकारी अनूप सिंह जाखड़ ने भी शिरकत की और कहा कि ऊर्जा संरक्षण व नियंत्रण समय की जरूरत है और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बड़ा जरूरी कदम है। मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज नूह ने हरेडा के साथ मिलकर एक अच्छी शुरुवात की है, मेवात शिक्षा विभाग इस पहल में मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज के साथ खड़ा है।
कॉलेज के निदेशक डॉ ख्वाजा मुहम्मद रफी ने कहा कि वो हरेडा विभाग का धन्यवाद करते हैं कि उन्होंने इस कार्यशाला को आयोजित करने के लिए मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज को चुना। ऊर्जा संरक्षण व नियंत्रण कार्यशाला ऊर्जा के संरक्षण व नियंत्रण में अहम भूमिका निभाने का काम करेगी। छात्रों व शिक्षकों ने मिलकर समाज को बड़ा संदेश दिया है। ऑनलाइन तरीके से की गई ये कार्यशाला ऊर्जा को लेकर लोगों में जागरूकता करने का काम करेगी।
कार्यशाला के सचिव डॉ साहीन खान ने कहा कि ये दो दिवसीय कार्यशाला है, जिसमें अलग अलग विशेषज्ञ हिस्सा ले रहे हैं। कॉलेज व हरेडा के प्रयास प्रशंसनीय हैं।
कार्यशाला में प्रतिभागियों का धन्यवाद करते हुए सहायक प्रोफेसर वसीम अकरम ने कहा कि सभी प्रतिभागियों ने अपने अपने नज़रिए को सामने रखा जिससे ना केवल छात्रों बल्कि समाज को बड़ा फायदा होगा। मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज सभी वक्ताओं, मेहमानों, शिक्षकों, छात्रों खास तौर पर हरेडा को इस कार्यशाला में शामिल होने के लिए धन्यवाद करता है।
इस दौरान समशाद अली सहायक प्रोफेसर, डॉ खालिद, शाहिद कुरैशी, नसीम अहमद, शाहिना बानो, श्याम सुंदर कौशिक, डॉ ताजीम, सहित कई प्रोफेसर मौजूद थे।