Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : डीएवी शताब्दी महाविद्यालय के पर्यटन विभाग द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में मुख्य अतिथि के तौर पर सोहित वर्मा और आलोक कुमार मिश्रा ने शिरकत की। ये दोनों व्यक्ति हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में सक्रिय तौर पर कार्यरत हैं और बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को इंडस्ट्री की व्यावहारिक शिक्षा के साथ होटल क्षेत्र में मौजूदा जॉब के अवसरों के बारेँ में अवगत करवाना था।
इन प्रतियोगिताओं का मुख्य विषय इस साल की विश्व पर्यटन दिवस की थीम के साथ ही जोड़ा गया। इस साल विश्व पर्यटन दिवस का मुख्य प्रसंग है – पर्यटन और हरित निवेश(टूरिज्म एंड ग्रीन इन्वेस्टमेंट्स)
इस कार्यशाला में प्रशिक्षक के तौर पर श्रीमान सोहित सिंह जी मौजूद रहे, जो आतिथ्य क्षेत्र में एक प्रसिद्ध व्यक्तित्व हैं। श्रीमान सोहित फरीदाबाद के प्रसिद्ध होटल – रेडिसन ब्लू में बैंक्वेट मैनेजर के तौर पर कार्यरत हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को तकनीकी उपकरणों की मदद से बताया कि पर्यटन विभाग में दक्षता हासिल करने के लिए किन मुख्य पहलुओं पर ध्यान देना होगा। इसके साथ साथ उन्होंने पूरे विश्व में पर्यटन व होटल क्षेत्र में प्रयोग होने वाले सॉफ्टवेयर्स के प्रचालन तंत्र के बारे में समझाया। इन विषयों के साथ साथ इस कार्यशाला में व्यक्तित्व विकास की महत्त्वता पर भी जोर दिया गया।
श्री सोहित ने अपने व्यक्त्व्य में पर्यटन क्षेत्र में मौजूद होने वाली विदेशी भाषाओं की भूमिका व उनके प्रभाव के बारे में भी अच्छे तरीके से बताया।
कार्यशाला में मौजूद रहे दूसरे वक्ता श्रीमान आलोक कुमार मिश्रा जी, जो कि होटल प्रबंधन संस्थान (आईएचएम, फरीदाबाद) में सहेयक प्रोफेसर के तौर पर कार्यरत हैं, ने भी विद्यार्थियों को उनके कोर्स समाप्ति पर मिलने वाले रोजगार के अवसरों के बारे में संक्षिप्त तरीके से समझाया।
उन्होंने यह भी बताया की पर्यटन कोर्स की समाप्ति पर विद्यार्थी होटल क्षेत्र में कैसे रोजगार प्राप्त कर सकता है। इस दौरान श्रीमान मिश्रा जी ने विद्यार्थियों को समझाया कि हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में व्यक्तित्व विकास की अहम भूमिका होती है, जो उनकी पदोन्नति में अहम भूमिका अदा करता है।
इस दौरान कॉलेज की प्राचार्या डॉ. सविता भगत जी ने बताया कि ऐसे कार्यक्रम, पर्यटन विभाग का अभिन्न अंग हैं, जो विद्यार्थियों की सैद्धांतिक शिक्षा के साथ – साथ उनके व्यक्तित्व विकास में भी वृद्धि करते हैं। प्राचार्या महोदया ने बताया कि पर्यटन विभाग ऐसे कार्यक्रमों को सक्रिय तौर पर आयोजित करता रहता है, और ऐसे कार्यक्रमों में विभाग के विद्यार्थी ही सारी गतिविधियों का प्रबंधन करते हैं।
यह सारा कार्यक्रम विभागाध्यक्ष प्रो. अमित कुमार की देख – रेख में हुआ। उन्होंने मुख्य अतिथि का कार्यक्रम समाप्ति पर धन्यवाद किया व भविष्य में भी जुड़े रहने के लिए आमंत्रित किया। इस दौरान विभाग के प्राध्यापक मजीत जी सिंह अतिथियों के साथ पूरे कार्यक्रम में मौजूद रहे और उनसे विद्यार्थियों के भविष्य से जुड़े सवालों के जवाबों को अच्छी तरह समझा और विद्यार्थियों को संक्षेप में समझाया।