Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : नवरात्रों के चौथे दिन सिद्धपीठ मां वैष्णोदेवी मंदिर तिकोना पार्क में मां कूष्मांडा की भव्य पूजा अर्चना की गई। इस अवसर पर मंदिर में प्रातकालीन आरती के दौरान मां कूष्मांडा की पूजा और हवन यज्ञ किया गया। श्रद्धालुओं ने मां कूष्मांडा से मन की मुराद मांगी। इस अवसर पर मंदिर में विशेष पूजा के लिए पधारे श्रद्धालुओं ने मां से आर्शीवाद मांगा।
इस मौके पर उनके साथ मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने आए हुए अतिथि और श्रद्धालुओं का भव्य स्वागत किया। इन सभी को प्रसाद और माता की चुनरी भेंट की गई। मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने बताया कि पूजा हेतु आ रहे श्रद्धालुओं के लिए कोरोना के अंतर्गत सोशल डिस्टेंस एवं मास्क लगाकर आने की हिदायत दी गई है। सभी श्रद्धालु स्वयं से ही इन नियमों का पालन भी कर रहे हैं।
पूजा अर्चना के अवसर पर श्री भाटिया ने श्रद्धालुओं को बताया कि आखिर मां कूष्मांडा को मालपुआ अति प्रिय लगता है। इसलिए श्रद्धालु मां को मालपुए का भोग लगाते हैं। मां कूष्मांडा को पीला रंग सबसे ज्यादा प्रिय है। देवी कूष्माण्डा, सूर्य के अंदर रहने की शक्ति और क्षमता रखती हैं। उसके शरीर की चमक सूर्य के समान चमकदार है। माँ के इस रूप को अष्टभुजा देवी के नाम से भी जाना जाता है।