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Faridabad NCR

मस्तिष्क, शरीर और आत्मा का एक-दूसरे से मिलन का नाम योग है : गोपाल शर्मा

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 21 जून। योग एक शारीरिक क्रिया ही नहीं बल्कि व्यक्ति के मस्तिष्क, शरीर और आत्मा का एक-दूसरे से मिलन का  नाम योग है। योग जीवन को सही प्रकार से जीने का एक मार्ग है। गीता में भी श्रीकृष्ण ने कहा है कि योग: कर्मसु कौशलम यानी योग से कर्मों में कुशलता आती है। यह कहना है भारतीय जनता पार्टी के ज़िला अध्यक्ष गोपाल शर्मा का योग दिवस के उपलक्ष्य पर जिला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने पंकज रामपाल जिला उपाध्यक्ष, पुनीता झा जिला सचिव, मंडल अध्यक्ष कुलदीप सिंह साहनी, रविन्द्र मंगला प्रधान, अनुराग गर्ग, प्रवीण गेरा, अनिल अरोड़ा, सुरेंद्र सांगा मंडल महामंत्री, उपाध्यक्ष शिव गुप्ता, मंडल महामंत्री संदीप बंसल आदि के साथ सेक्टर-16 में आयोजित योग शिविर का शुभारम्भ किया।
फ़रीदाबाद के सभी मंडलों में योग दिवस के शुभ अवसर पर ज़िले के सभी मंडल अध्यक्षों और मोर्चों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं द्वारा कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए योग के कार्यक्रम आयोजित किये गए। इन योग शिविरों में फ़रीदाबाद के भाजपा नेताओं, पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और सैंकड़ों लोगों ने भाग लिया। इन योग शिविरों का मक़सद है लोगों को योग के प्रति जागरूक करके उनको शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ और मजबूत बनाना। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर ज़िला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने कहा कि देश के यशस्वी और तपस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा किए गए सार्थक प्रयासों के परिणामस्वरूप पूरे विश्व को योग दिवस के रूप में योग का उपहार मिला। 2015 में पहली बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया और अब हर साल 21 जून को विश्व योग दिवस के रूप में पूरे विश्व में मनाया जाता है। योग शारीरिक एवं मानसिक रूप से स्वस्थ एवं निरोग रहने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। ज़िला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने सेक्टर 12 में खुद योग करके लोगों को योग के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि अपने मन आत्मा और शरीर को स्वस्थ रखना है इसलिए योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा ज़रूर बनाएँ। ज़िला अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सभी ज़िलावासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि योग दुनिया को भारत की ओर से दिया गया एक ऐसा अमूल्य उपहार है जो विश्व को भारत की संस्कृति के साक्षात दर्शन कराता हैं।
योग दिवस के इस ख़ास अवसर पर ज़िला महामंत्री मूलचंद मित्तल ने कहा कि  योग करने से जीवन में अध्यात्म का रूझान बढ़ता है और जीवन सृजनशील बनता है। योग करने से रोगों से लड़ने के लिए प्रतिरोध क्षमता बढ़ती है जिससे रोगों से मुक्ति मिलती है कोरोना काल में कई कारणों के चलते लोग तनाव भरी जिंदगी जीने लगे हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए योग सबसे बड़ी दवा है। व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए रोजाना योग करना चाहिए।

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