New Delhi Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : हर बच्चे के अंदर कोई न कोई प्रतिभा होती है, यदि वह जुनून के साथ अपनी पसंद का काम करेगा तो निश्चित रूप से उस क्षेत्र में सफल रहेगा। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव स्किल्स (IICS) की ओर से आयोजित तीन दिवसीय ‘दिल्ली क्रिएटर्स समिट’ के अवसर पर मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान ऑस्कर विजेता रेसुल पुकुट्टी ने ये बात कही। पुकुट्टी को मात्र 37 साल की उम्र में फिल्म ‘स्लमडॉग मिलियनेयर’ में साउंड डिजाइन के लिए ऑस्कर पुरस्कार मिला था। पद्म श्री से सम्मानित पुकुट्टी ने कहा कि युवाओं के अपने पैशन को ही प्रोफेशन बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने भी वर्ष 2012 से स्किल डेवलप्मेंट की जरूरत को समझा और इस दिशा में काम करना शुरू किया। समाज का हर बच्चा यूनिक है पर वह अपनी प्रतिभा को पहचान नहीं पाता है। सामाजिक या पारिवारिक कारणों से उसे अपना हुनर सामने लाने का मौका नहीं मिल पाता है। हमलोग भारत सरकार के साथ मिलकर स्किल डेवलपमेंट का काम कर रहे हैं। युवाओं को उन्होंने सुझाव दिया कि किस क्षेत्र में काम करना है उसे चुनने से पहले अपने आप को परखें कि उनकी रुचि क्या है और वे कौन सा काम बेहतर ढंग से कर सकते हैं। इससे जब वे अपनी रुचि के अनुसार पेशा चुनेंगे तो वे अपने करियर में बेहतर परफॉर्म कर पाएंगे।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के सहयोग से इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव स्किल्स (IICS) का जल्द ही विधिवत उद्घाटन होने जा रहा है। इस अवसर पर राष्ट्रीय कौशल विकास परिषद (NSDC) के सीईओ और NSDC International के MD श्री वेद मणि तिवारी ने मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि “ इंस्टीट्यूट की कोशिश है कि देश के हर बच्चे के अंदर जो क़ाबिलियत है उसे बाहर लाए और उसे दुनिया के सामने पेश करे।”
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव स्किल्स (IICS) के बारे में ज़्यादा जानकारी देते हुए श्री तिवारी ने कहा कि यहां वर्ल्ड क्लास सुविधाएं मुहैया कराई गई है साथ ही यहां वर्ल्ड क्लास मेंटर्स हैं और सबसे बड़ी बात है कि ये स्किल इंडिया (Skill India) मिशन का हिस्सा है। यहां से काम सीखकर जो युवी निकलेंगे उन्हें स्किल इंडिया की तरफ से सर्टिफिकेट मिलेंगे। यहां एक ही छत के नीचे कई तरह के क्रिएटिव स्किल्स सिखाए जाएंगे।आने वाले दिनों में देश भर में इस तरह के इंस्टीट्यूट्स खोले जाएंगे।
मीडिया एंड एंटरटेंमेंट स्किल्स काउंसिल (MESC) के सीईओ डॉ मोहित सोनी ने तीन दिनों तक चले ‘दिल्ली क्रिएटर्स समिट’ के प्रतिभागियों को बधाई दी और बताया कि आईआईसीएस (IICS) के पास वैश्विक स्तर की बुनियादी संरचना और पेशेवरों प्रशिक्षक हैं जो इसे विशिष्ट बनाता है। ये संस्थान फिल्म और मीडिया उद्योग में अपना करियर बनाने वालों के लिए निश्चित रूप से एक ग्लोबल लांच पैड मुहैया कराने में सफल रहेगा।
इन क्षेत्रों में युवाएक सफल करियर बना सकेंगे
सीईओ डॉ मोहित सोनी ने बताया कि IICS के छात्रों को स्कूल ऑफ़ परफ़ॉर्मिंग आर्ट्स एंड मीडिया मैनेजमेंट, स्कूल ऑफ़ साउंड एंड म्यूज़िक प्रोडक्शन, स्कूल ऑफ़ न्यू एज मीडिया, स्कूल ऑफ़ क्रिएटिव कम्युनिकेशन, स्कूल ऑफ़ डिजिटल कंटेंट क्रिएशन और स्कूल ऑफ़ इवेंट्स एंड एक्सपीरियंशल मीडिया जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्राप्त कर अपना करियर बना सकेंगे।
फिल्म निर्माता और IICS की चीफ मेंटॉर केतकी पंडित ने कहा कि जो भी वीडियो क्रिएटर है वो एक फिल्म निर्माता है। हम उनकी प्रतिभा को यहां निखारने का काम करेंगे और उसे वैश्विक स्तर पर तकनीकी रूप से सक्षम बनाकर उन्हें अपने क्रिएशन से रोजगार मुहैया कराएंगे ताकि वे आर्थिक रूप से सक्षम और मजबूत बन सकें।
बॉलीवुड और अंतराष्ट्रीय फिल्मों में मेकअप आर्टिस्ट के रूप में स्थापित यास्मिन रोजर्स का कहना है कि आउटडोर शूटिंग के दौरान फिल्मों के लिए पेशेवर मेकअप आर्टिस्ट खोजे नहीं मिलते। IISC के मेंटोर के रूप में हम यहां से प्रशिक्षित युवाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोजगार मुहैया कराएंगे। यहां यह भी देखेंगे की उनके प्रशिक्षण की गुणवत्ता सही है या नहीं।
‘दिल्ली क्रिएटर्स समिट’ के आयोजन के बारे में बताते हुए डॉ अखिल कुमार ने कहा कि इस आयोजन में हमने उन लोगों को आमंत्रित किया जिनके मिलियंस में फॉलोवर्स है और उन लोगों को भी जिनके हजार-दो हजार हैं इस तरह कैसे खुद को ग्रो करें ये एक दूसरे के साथ मिलकर जानना आसान हो गया। अब सरकार भी सोशल मीडिया क्रिएटर्स को प्रोस्ताहित कर रही है। इसके प्रतिभागियों के बारे में डॉ.कुमार ने कहा कि इसमें 80 से अधिक क्रिएटर्स ने भाग लिया और भी जगहों से लोग आने को तैयार थे। आजकल सोशल मीडिया कॉन्टेंट क्रिएटर्स को सरकार भी अपने आयोजनों में बुला रही है। हमारे खुद के डेढ़ मिलियंस फॉलोअर्स हैं। हम इस तरह के आयोजनों के ज़रिए आगे भी युवाओं के विकास में सहायता करते रहेंगे।