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Faridabad NCR

फिरौती के लिए स्कूल मालिक के अपहरण मामले में टेकचंद गैंग के गुर्गे को क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : पुलिस आयुक्त श्री विकास अरोड़ा द्वारा शहर में अपराधों पर लगाम लगाने के लिए अपराधियों की धरपकड़ के लिए दिए गए दिशा निर्देश के तहत कार्य करते हुए क्राइम ब्रांच सेक्टर 17 की टीम ने फिरौती के उद्देश्य से स्कूल मालिक के अपहरण मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम विकास उर्फ विक्की है जो फरीदाबाद के गांव पुनहेड़ा खुर्द का निवासी है।
आरोपी के खिलाफ फिरौती के लिए अपहरण की धाराओं के तहत थाना छांयसा में मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस को दी अपनी शिकायत में जेसीएम स्कूल के चेयरमैन राजबीर ने बताया कि वह गांव पुनहेड़ा खुर्द का निवासी है और स्कूल के साथ-साथ मोहना रोड पर उसका एक पेट्रोल पंप भी है।
30 जून को पीड़ित के पास एक नंबर से फोन आया जिसमें आरोपी ने खुद को टेकचंद बदमाश बताते हुए उससे 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी। फिरौती न देने की सूरत में उसको जान से मारने की धमकी दी गई।
इसके पश्चात बदमाश टेकचंद के एक अन्य साथी मनोज ने भी पीड़ित राजबीर के पास फिरौती के लिए कई बार फोन किया। आरोपी मनोज पीड़ित राजबीर के गांव का ही निवासी है।
इस मामले में आरोपी विकास टेकचंद और राजबीर के बीच मिडिएटर का काम कर रहा था और टेकचंद की बात फोन पर राजबीर से करवाता था।
टेकचंद और मनोज ने मिलकर इसके पश्चात कई बार राजबीर को फिरौती के लिए फोन किया। कुछ समय तक पश्चात फोन आने बंद हो गए। इसके पश्चात 1 सितंबर की रात 10 बजे जब राजबीर अपने पेट्रोल पंप पर मौजूद था तो वहां पर आरोपी मनोज अपने तीन अन्य साथियों के साथ मिलकर बिना नंबर की स्विफ्ट गाड़ी में सवार होकर आया और बंदूक की नोक पर राजबीर को अपनी गाड़ी में बैठाकर ले गए और उससे 10 लाख की फिरौती मांगी।
आरोपियों ने कहा कि यदि इस बार फिरौती नहीं दी तो उसका काम तमाम कर दिया जाएगा और धमकी देकर उसे बेहबलपुर मोड़ के पास उतारकर चले गए। राजबीर ने इस घटना के बारे में अपने परिजनों को बताया जिसके पश्चात पीड़ित ने इसकी सूचना पुलिस को दी और दिनांक 13 सितंबर को आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस आयुक्त श्री विकास अरोड़ा ने मामले में तुरंत संज्ञान लेते हुए आरोपियों की धरपकड़ के निर्देश दिए जिसके तहत क्राइम ब्रांच 17 प्रभारी इंस्पेक्टर संदीप मोर ने एक टीम का गठन करके मामले की जांच शुरू की।
पुलिस टीम ने कड़ी मशक्कत करते हुए गुप्त सूत्रों की सहायता से इस गैंग में शामिल आरोपी विकास उर्फ विकी को अंखिर चौक से गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी को गिरफ्तार करके अदालत में पेश किया गया जहां से उसे 2 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी ने बताया कि वह टेकचंद गैंग के सदस्य मनोज का जानकर है और उसने ही टेकचंद की बात पीड़ित राजबीर से करवाई थी जिसने पीड़ित से 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी।
पुलिस प्रवक्ता श्री सूबे सिंह ने बताया कि वारदात के दिन आरोपी विकास ही राजबीर को अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर उसके पेट्रोल पंप पर लाया था जहां से उसका अपहरण कर लिया गया।
आरोपी के कब्जे से वारदात में प्रयोग मोटरसाइकिल और फोन बरामद किया गया है।
पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपी को अदालत में दोबारा पेश करके जेल भेज दिया गया है और इस वारदात में शामिल आरोपियों की तलाश करके उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
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