Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : एनएसयूआई के उपाध्यक्ष विकास फागना के नेतृत्व में जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए के छात्रों की होने वाली परीक्षाओ को ऑनलाइन माध्यम से करवाने की मांग को लेकर मंगलवार को सेकड़ो छात्रों ने कॉलेज गेट पर अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए प्रदर्शन की तैयारी में थे लेकिन पहले से विश्वविद्यालय प्रशासन ने पुलिस को सुचना दे दी थी की आज फिर छात्र विश्वविद्यालय के गेट पर प्रदर्शन करने गेट पर आ रहे है मौके पर पहुंच कर पुलिस प्रशाशन ने छात्रों को घेर लिया और उन पर लाठी चार्ज की और विकास फागना को पुलिस ने गिरफ्तार कर चौकी ले जाया गया। थोड़ी देर में ही छात्रों ने चौकी को घेर लिया। इस मामले की सुचना मिलते ही हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व महासचिव बलजीत कौशिक चौकी में पहुंचे और छात्रों को समझाया। पुलिस ने विकास फागना को शाम को छोड़ा दिया।
गौरतलब है की एनएसयूआई के पूर्व उपाध्यक्ष विकास फागना के नेतृत्व में जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए के छात्रों की होने वाली परीक्षाओ को ऑनलाइन माध्यम से करवाने की मांग को लेकर सेकड़ो छात्रों ने विश्वविद्यालय के गेट पर कई बार प्रदर्शन किया लेकिन विश्वविद्यालयकी और से उन्हें यह कहकर संतुष्ट कर दिया जाता था की उनकी मांग ऊपर पंहुचा दी गई है और उन्हें घर भेज दिया जाता था। लेकिन कई बार प्रदर्शन करने के बावजूद भी कोई हल नहीं रहा था। इस पर मंगलवार को छात्रों ने विकास फागना के नेतृत्व में जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पर प्रदर्शन करने जा ही रहे थे कि पुलिस प्रशासन ने छात्रों को घेर लिया और उन पर लाठीचार्ज की और विकास फागना को सेक्टर 7 पुलिस चौकी में ले जाया गया और उन्हें शाम को छोड़ा गया। इस पर विकास फागना ने कहाकि एनएसयूआई छात्रों की हर लड़ाई में साथ है। एनएसयूआई छात्रों की हर आवाज को बखूबी उठाई आई है चाहे उन्हें जेल क्यों न जाना पड़े। उन्होंने कहाकि जब कक्षाएं ऑनलाइन हुई,सभी पढ़ाई ऑनलाइन हुई तो ऐसे में अब ऑफलाइन परीक्षाओं का कोई औचित्य नही है। देश के काफी यूनिवर्सिटी ऑनलाइन परीक्षाएं करवा रही है परन्तु जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ऑफलाइन परीक्षाओं पर अड़ियल रवैया अपनाए बैठा है। वाईएमसीए विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ भेदभाव क्यो किया जा रहा है। उन्होंने कहाकि जब वाईएमसीए विश्वविद्यालय सुचारु रूप से चालू नही है तो ऑफलाइन परीक्षाएं क्यों। विकास फागना ने कहाकि सभी विश्वविद्यालयों द्वारा ऑनलाइन परिक्षाएं करवाई जा रही है क्योंकि अभी कोरोना खतरा टला नहीं है और छात्रों के हित में ऑनलाइन परीक्षाएं ही बेहतर विकल्प है। गृह मंत्रालय ने भी ऑफलाइन मोड ऑफ एजुकेशन को प्रिफ्रेब्ल विकल्प बताया है।इसके साथ ही अभी वैक्सीनेशन भी नहीं हुई तो ऐसे में छात्रों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है। विकास फागना ने बताया कि जब वह चौकी में थे तो पुलिस चौकी इंचार्ज के पास विश्वविद्यालय से फ़ोन आया है कि अब परीक्षा ऑनलाइन होंगी लेकिन विश्वविद्यालय कैम्पस में। पुलिस चौकी इंचार्ज ने बताया की यह सुचना विश्वविद्यालय ने वैब साइट पर डाल दी है। इस को लेकर छात्रों को काफी राहत है। विकास फागना ने बताया की जो छात्र दूर दराज से आते है उनको परीक्षा देने में काफी परेशानी होगी।