Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 17 मई। आल हरियाणा पावर कारपोरेशनज (एएचपीसी) वर्कर यूनियन के बेनर तले मंगलवार को चिमनी बाई धर्मशाला में सर्कल स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। सर्कल सचिव कृष्ण कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस सम्मेलन में ठेका प्रथा समाप्त कर डीसी आउटसोर्स कर्मियों को पक्का करने, पुरानी पेंशन बहाली की बजाय ठेका कर्मियों को बंधुआ मजदूर बनाने के लिए हरियाणा कौशल रोजगार निगम के गठन करने की घोर निन्दा की गई। सम्मेलन को संबोधित करते हुए एएचपीसी वर्कर यूनियन के उपाध्यक्ष एवं सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने कहा कि हरियाणा कौशल रोजगार निगम का गठन कच्चे कर्मियों को पक्का करने, समान काम समान वेतन व सेवा सुरक्षा प्रदान करने के सभी रास्ते बंद करने के लिए किया गया है। जिसको बिजली कर्मचारी एवं सकसं किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने ऐलान किया कि कौशल रोजगार निगम भंग करने, कच्चे कर्मियों को पक्का करने, ठेका कर्मियों को समान काम समान वेतन व सेवा सुरक्षा प्रदान करने पुरानी पेंशन बहाली, निजीकरण की प्रक्रिया पर रोक लगाने आदि मांगों को लेकर प्रदेश के बिजली कर्मचारी 9 जुलाई को बिजली मंत्री के सिरसा कैंप कार्यालय का घेराव किया जाएगा। इससे पहले बिजली कर्मचारी 15 मई को बिजली विभाग के एसीएस के पंचकूला कार्यलय पर प्रदर्शन करेंगें और निगम मैनेजमेंट को चेतावनी देंगे। उन्होंने बिजली कर्मचारियों से निर्णायक आंदोलन की तैयारी का आह्वान किया। यूनिट प्रधान करतार सिंह द्वारा संचालित इस सम्मेलन में आल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी, डिप्टी जरनल सेकेट्री जितेंद्र तेवतिया, सचिव सामून खान, केन्द्रीय कमेटी के सदस्य मनोज जाखड़, विनोद शर्मा, सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान अशोक कुमार, पूर्व प्रधान लज्जा राम, यूनिट के पदाधिकारी रमेश चंद्र तेवतिया, भूप सिंह, गिरीश राजपूत, देवेन्द्र त्यागी, दिनेश शर्मा, रामकेश, सुरेन्द्र शर्मा आदि मौजूद थे।
सम्मेलन में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर 27 मई को जिला मुख्यालय पर होने वाले प्रदर्शन में बढ चढकर शामिल होने का फैसला लिया गया। सम्मेलन में एक्स ग्रेसिया रोजगार स्कीम में लगाई गई शर्तों को हटाने और ठेका कर्मियों को भी इसमें शामिल करने, सभी कच्चे व पक्के कर्मियों को पांच हजार रुपए जोखिम भत्ता देने,खाली पड़े पदों को भरने आदि मांगों को प्रमुखता से उठाया गया। सम्मेलन में सर्व सम्मति से पारित किए गए प्रस्ताव में बिजली कर्मचारियों से भीष्ण गर्मी को देखते हुए जनता को अबाधित बिजली आपूर्ति करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य करने का आह्वान किया। सम्मेलन में स्टाफ की भारी कमी और स्टोर में आवश्यक सामान न होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई।