Faridabad NCR
फर्जी कागजात के आधार पर बैंक से वाहन लोन लेकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के 5 आरोपियों को अपराध शाखा 85 ने किया गिरफ्तार
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : डीसीपी क्राइम मुकेश कुमार मल्होत्रा द्वारा शहर में अपराध पर अंकुश लगाने के दिशा निर्देश के तहत कार्यवाही करते हुए क्राइम ब्रांच 85 प्रभारी जोगिन्दर सिहँ की टीम ने वाहनों के फर्जी कागजात तैयार करके बैंक से कार लोन करवाकर धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सतेंद्र उर्फ सत्ता उर्फ विक्रांत, जितेंद्र, हरसिमरत, राहुल तथा आरिफ का नाम शामिल है। आरोपी राहुल यूपी के मुजफ्फरनगर एरिया का रहने वाला है वहीं अन्य चारों आरोपी फरीदाबाद के निवासी हैं। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि उपनिरीक्षक भूपेंद्र की अगुवाई में क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए दिनांक 25 जुलाई को आरोपी सतेंदर को i10 गाड़ी सहित काबू किया था। पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि यह कार उसने फर्जी तरीके से कागजात तैयार करके लोन पर ली थी। आरोपी को बीपीटीपी थाने लाकर उसके खिलाफ फर्जी कागजात तैयार करके धोखाधड़ी करने की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। मामले में गहनता से पूछताछ करने के लिए आरोपी को अदालत में पेश करके 4 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया जिसमें पुलिस रिमांड के दौरान सामने आया कि आरोपी बहुत ही शातिर किस्म के अपराधी हैं। वह दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोगों के आधार कार्ड से फर्जी कागजात तैयार करते थे और बैंक से लोन पर गाड़ियां खरीदते थे और उन्हें बिना कागजी कार्यवाही के सस्ते दामों पर आगे बेच देते थे। आरोपी से पूछताछ के पश्चात आरोपी की शिनाख्त पर वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी के साथियों अन्य चार साथियों को गिरफ्तार किया गया जिन्हे मामले में गहनता से जांच के लिए पुलिस रिमांड पर लिया गया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि इस गिरोह का मुख्य आरोपी जितेंद्र है जो पहले एचडीएफसी बैंक में लोन डिपार्टमेंट में काम करता था जहां से उसे पता चला कि लोग फर्जी कागजात तैयार करके कैसे लोन पर कार खरीदते हैं। आरोपी ने इस प्रकार फर्जी कागजात बनाकर लोन पर कार खरीदने की योजना बनाई। आरोपी ने 2 साल पहले बैंक की नौकरी छोड़ दी और अपने साथियों के साथ मिलकर इस प्रकार की धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देना शुरू कर दिया। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी आधार कार्ड पर मजदूरी करने वाले किसी भी व्यक्ति के आधार कार्ड में उसका पता बदलकर फर्जी बैंक अकाउंट खुलवा लेते थे और उस बैंक अकाउंट के माध्यम से लोन पर कार खरीदते थे। इसके पश्चात वह लोन पर खरीदी गई इस कार को बिना कागजी कार्रवाई के आगे सस्ते दामों पर आरोपी राहुल को बेच देते थे। आरोपी राहुल इनसे यह गाड़ियां खरीदकर आगे महंगे दामों पर बेच देता था। इस प्रकार फर्जीवाड़ा करके आरोपी 8 गाड़ियां तथा 1 बुलेट मोटरसाइकिल खरीद चुके थे। पुलिस द्वारा आरोपियों के कब्जे से 3 कार, 1 बुलेट मोटरसाइकिल तथा 3.88 लाख रुपए नकद बरामद किए जा चुके हैं। आरोपियों के कब्जे से 5 कारों की बरामदगी अभी बकाया है जिसे जल्द ही बरामद किया जाएगा। पुलिस पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपी सतेन्द्र, हरसिमरत तथा जितेंद्र को कल तथा आरोपी राहुल को आज जेल भेज दिया गया है। आरोपी आरिफ को कल गिरफ्तार किया गया था जिसे आज अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा जिससे अन्य कारों के बरामदगी की जाएगी।