Faridabad NCR
शहर के तीनों एसटीपी का हो बेहतर क्रियान्वयन : डीसी विक्रम सिंह
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 07 दिसंबर। डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि शहर के तीनों एसटीपी का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित हो। गन्दे पानी का ट्रीटमेंट करके उस पानी का सही सदुपयोग किया जाए। नालों और खालों में गंदा पानी डालने वाली फैक्ट्रियों पर एनजीटी के नियमानुसार कार्यवाही करना भी सुनिश्चित करें।
डीसी विक्रम सिंह आज बुधवार को जिला फरीदाबाद में दूषित पानी की रोकथाम को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण, एमसीएफ, जनस्वास्थ्य अभियान्त्रिकी, सिंचाई, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण और पर्यावरण सहित बैठक से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारियों को दिशा-निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रशासन सजग है, ताकि यमुना नदी के पानी को प्रदूषित होने से बचाया सके। उन्होंने कहा कि जिला की ड्रेनों और खालों में किसी भी स्तर पर प्रदूषित पानी ना पहुंचे, इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारी आपसी तालमेल के साथ कार्य करें और साथ ही विभिन्न स्त्रोतों के माध्यम से प्रदूषित पानी छोड़ने वाली इकाईयों को चिंहित करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाए।
डीसी विक्रम सिंह ने बुढिया नाला, बादशाह पुर, मिर्जापुर और मवई में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटो पर सभी विभागों के अधिकारी आपसी तालमेल करके गन्दे पानी का बढ़िया ट्रीटमेंट और उसका बेहतर क्रियान्वयन करना सुनिश्चित करें। जब गंदा पानी ड्रेनों से होकर यमुना में नहीं जाएगा। तो पानी की गुणवत्ता में निरंतर सुधार होगा। जिला में सीवरेज प्रणाली की जांच करते हुए लाईनों को भी चेक किया जाए,जहां पर नई लाइन डालने की जरूरत है, वहां अमरूत योजना के तहत इस कार्य को निर्धारित समयावधि में पूरा किया जाए। सीवरेज पानी को एसटीपी से संशोधन करते हुए उसे बागवानी, सिंचाई सहित औद्योगिक इकाईयों में इस्तेमाल किया जाए, जबकि पेयजल सप्लाई से जुड़ी हुई लाइनो में नहरी पानी को इस्तेमाल किया जाए।
उन्होंने अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि हमें नदियों तक पहुंचने वाले प्रदूषित पानी पर रोक के लिए विशेष कार्य योजना बनाते हुए कार्य को मूर्त रूप देना है। हमें यह तय करना होगा कि जिला की ड्रेनों में किसी भी तरह प्रदूषित पानी ना पहुंच पाए।
इस अवसर पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की जिला अधिकारी स्मिता कनोडिया, एफएमडीए प्रोजेक्ट एडवाइजर ललित अरोड़ा, अधीक्षण अभियंता ओमबीर सिंह, एक्सएन वी एस रावत, एचएसवीपी एसडीई एमपी सिंह सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।