Faridabad NCR
राहुल गांधी की संसद सदस्यता समाप्त करने के विरोध में कांग्रेसियों ने किया सत्याग्रह
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : सूरत की एक अदालत द्वारा मानहानि मामले में राहुल गांधी को दो साल की सजा दिए जाने के उपरांत भाजपा सरकार द्वारा उनकी संसद की सदस्यता खत्म किए जाने को लेकर आज पूरे देश में कांग्रेस ने जिलास्तर पर सत्याग्रह कर अपना विरोध दर्ज करवाया। इसी कड़ी में जिला फरीदाबाद में ओल्ड फरीदाबाद स्थित राजीव गांधी की प्रतिमा के समक्ष कांग्रेसियों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का चित्र लगाकर सत्याग्रह करके इस निर्णय को भाजपा सरकार की तानाशाही करार दिया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पृथला विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक रघुबीर सिंह तेवतिया ने की, जबकि इस मौके पर मुख्य रूप से विधायक नीरज शर्मा, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पंडित योगेश गौड़, प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड़, अजय राठौर, जितेंद्र चंदेलिया, महेश नागर, अनिल नेताजी, रामकिशन सेन, संजय सोलंकी, अनीशपाल, राजेश आर्य, नितिन सिंगला, अभिलाष नागर, पूर्व पार्षद अनिल शर्मा, विकास वर्मा, कृष्ण अत्री, मनोज नागर, सन्नी बादल, खुशबू खान, सुनीता फागना, विनोद कौशिक, गुलाब सिंह गुड्डू, लाला शर्मा, हरिलाल गुप्ता, विजय कुमार, संतलाल रावत, जनरैल हुसैन, अंश वत्स, मनोज नागर, ईशांत कथूरिया, सोहेल सैफी सहित अनेकों कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद थे। इस मौके पर कांग्रेसियों ने इस पूरे प्रकरण के पीछे भाजपा का हाथ होने व अडानी मामले में राहुल गांधी द्वारा उठाई जा रही आवाज को दबाने की साजिश करार दिया। कांग्रेसियों ने संयुक्त रूप से कहा कि पूरा देश सच्चाई जानता है और भाजपा की इस तरह की ओछी राजनीति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई इसलिए की गई क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अडानी मुद्दे पर संसद में उनके अगले भाषण से डर गए और आरोप लगाया कि पूरा खेल इस मुद्दे से लोगों के ध्यान को हटाने के लिए है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अकेले नहीं हैं और लाखों कांग्रेसी और लोग चाहे वे किसी भी राजनीतिक जुड़ाव से हों, सच्चाई और न्याय की इस लड़ाई में उनका साथ देंगे। उन्होंने कहा कि इस मामले में जिस तरह से राहुल गांधी को सजा हुई, वह पूरी तरह से प्रायोजित प्रतीत होती है। कांग्रेस इस फैसले का पुरजोर विरोध करेगी। इस फैसले को लेकर पार्टी ऊपरी अदालत तक लड़ाई लड़ेगी। केंद्र की सरकार चाहे कितनी भी कोशिश कर ले, विपक्ष की आवाज को नहीं दबा पाएगी। विपक्ष का कोई भी नेता बोलता है तो ईडी, सीबीआई के जरिए डराया जाता है।