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Faridabad NCR

38 वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले में बंचारी की नगाड़ा पार्टी बिखेर रही हरियाणवी संस्कृति के रंग

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Faridabad Hindustanabtak.com/Dinesh Bhardwaj : 13 फरवरी। इन दिनों सूरजकुंड में चल रहे 38 वें अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला में हरियाणा के पलवल जिले के बंचारी गांव से आई बदन सिंह नगाड़ा पार्टी पर्यटकों का खूब मनोरंजन कर रही है। नगाड़ों की थाप पर देशी विदेशी पर्यटक झूमते नजर आ रहे हैं। यह पार्टी हर आगंतुक के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। उनके धमाकेदार नगाड़ों की गूंज और पारंपरिक वाद्ययंत्रों की मधुर ध्वनि मेले में आने वाले हर शख्स में अलग ही जोश भर रही है।
लोक कलाकारों का यह दल न केवल अपनी कला से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर रहा है बल्कि हरियाणवी संस्कृति और परंपराओं को भी सजीव कर रहा है। ये कलाकार जब पारंपरिक हरियाणवी वेशभूषा में रंगमंच पर उतरते हैं, तो पूरे माहौल में हरियाणवी संस्कृति की महक घुल रही है। बदन सिंह नगाड़ा पार्टी की हर प्रस्तुति में दर्शकों का उत्साह चरम पर होता है। जैसे ही नगाड़ों की थाप तेज होती है और कलाकारों ने पारंपरिक हरियाणवी नृत्य शुरू करते हैं वैसे ही दर्शकों में भी ऊर्जा का संचार होने लगता है और स्वयं को दर्शक झूमने पर मजबूर हो रहे हैं। लोक कलाकारों के साथ नृत्य करने लग रहे हैं। हरियाणवी लोकनृत्य की धुनों पर विदेशी पर्यटक भी थिरकते नजर आ रहे हैं वहीं हर एक पर्यटक  अपने मोबाइल कैमरे में इस यादगार पल को कैद कर रहे हैं।
गांव बंचारी के बदन सिंह कहते हैं कला और संस्कृति को जीवित रखने के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में सरकार कलाकारों को पूरा मान-सम्मान दे रही है। हरियाणा के विरासत एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद कुमार शर्मा निरन्तर मेले का अवलोकन कर रहे हैं। नगाड़ा पार्टी पिछले कई वर्षों से लोक संगीत और नृत्य के क्षेत्र में सक्रिय है। उनके पास पीढिय़ों से चली आ रही सांस्कृतिक धरोहर को आगे बढ़ाने की अनूठी प्रतिभा है। इस दल के प्रमुख, बदन सिंह, बचपन से ही लोक संगीत में रुचि रखते थे और अपने पूर्वजों से नगाड़ा बजाने की कला सीखी। उन्होंने न केवल इसे जीवित रखा, बल्कि नई पीढ़ी को भी इससे जोडऩे का कार्य किया।

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