Connect with us

Faridabad NCR

एडीएम बैलीना ने स्वतंत्रता सेनानी चौधरी जगराम सिंह धनखङ व उनकी धर्मपत्नी बोहती देवी को किया सम्मानित

Published

on

Spread the love
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 9 अगस्त। जिला फरीदाबाद के एक मात्र जीवित स्वतंत्रता सेनानी 101वर्षीय चौधरी जगराम सिंह धनखङ व उनकी 93 वर्षीय धर्मपत्नी श्रीमती बोहती देवी को रविवार को उनके घर पहुँच कर एसडीएम श्रीमती बैलीना ने  जिला प्रशासन की तरफ से  सम्मानित किया गया। एसडीएम श्रीमती बैलीना ने  101 वर्षीय बुजुर्ग स्वतंत्रता सेनानी चौधरी जगराम सिंह धनखङ के साथ स्वतंत्रता आन्दोलन बारे विस्तृत जानकारी ली । वहीं स्वतंत्रता सेनानी चौधरी जगराम सिंह धनखङ की धर्मपत्नी श्रीमती बोहती देवी के साथ पुराने जमाने की बातों को साझा किया।
 जिला प्रशासन की तरफ से सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा  जीवित स्वतंत्रता सेनानीयो को उनके घर पहुँच कर सम्मानित किया जा रहा है। भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान के संदर्भ में सरकार द्वारा  निर्देशित किया गया है कि भारत के राष्ट्रपति हर साल 9 अगस्त को राष्ट्रपति भवन में ‘एटी होम’ समारोह आयोजित करते हैं।
यह आयोजन भारत छोड़ो की वर्षगांठ पर कुछ चुनिंदा सम्मानित स्वतंत्रता सेनानियों को प्राप्त करने के लिए जो पेंशनभोगी स्वतंत्रता सेनानी सम्मान योजना स्वाडा (SSSY) प्राप्त कर रहे हैं। वर्तमान में अधिकांश स्वतंत्रता सेनानी गैर-राजनेता हैं और उनकी दिल्ली यात्रा उचित नहीं है। क्योंकि उन्हें दिल्ली की यात्रा के लिए व्यक्तिगत सहायता की आवश्यकता होती है और कोविड-19 वैश्विक  महामारी के मद्देनजर वे संक्रमण के कारण स्वास्थ्य की स्थिति वृद्धावस्था आदि के कारण अधिक जोखिम में हैं। कई राज्यों ने इस साल ‘एटी होम’ समारोह के लिए किसी भी स्वतंत्रता सेनानी को नामित करने में असमर्थता जताई है।  इसलिए कोविड-19  के कारण इस वर्ष स्वतंत्रता सेनानियों को 9 अगस्त, 2020 को जिला प्रशासन  द्वारा उनके  घरों में ही सम्मानित किया गया है।
सम्मान समारोह में नायब तहसीलदार दिनेश कुमार, सरपंच नरेश कुमार धनखङ, दलबीर सिंह पुत्र, श्रीमती कैलाश देवी पुत्री,सतपाल पटवारी, रणबीर नम्बरदार, बिजेन्द्र फौजी, रणधीर फौजी, ब्रह्मपाल फौजी, रणबीर धनखङ प्रधान फौजी एसोसिएशन, सुदेश नागर सहित मच्छगर के कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright © 2024 | www.hindustanabtak.com