Faridabad NCR
महर्षि वाल्मीकि जयंती मनाना भाजपा का दिखावा : मनोज चौधरी
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : बहुजन समाज पार्टी जिला फरीदाबाद यूनिट के तत्वाधान में बसपा कार्यालय पर महर्षि वाल्मीकि प्रकट दिवस को उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जिला जौन प्रभारी सरदार उपकार सिंह, जिला अध्यक्ष मनोज चौधरी सहित अनेक लोगों ने महर्षि वाल्मीकि जी के चित्र पर पुष्प अर्पित करके उनको याद किया। कार्यक्रम में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष मनोज चौधरी ने कहा संत और महापुरुष किसी एक जात बिरादरी के नहीं होते। वह सर्व समाज के होते हैं, क्योंकि संतो के द्वारा बताये मार्ग पर चलकर ही मानव जाति का कल्याण हो सकता है। उन्होंने कहा महर्षि वाल्मीकि ने मानव जाति के लिए जो संदेश दिया, वह अतुलनीय है।
श्री चौधरी ने कहा बहुजन समाज पार्टी महापुरुषों की विचारधारा और संतों की वाणी पर चलने वाली पार्टी है। बसपा का नारा ही ‘सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय’ का है, जो अपने आप में बताता है कि बसपा जाति और धर्म में विश्वास नहीं करती। वह मानवता के कल्याण के लिए काम करती है। उन्होंने कहा महर्षि वाल्मीकि के प्रगट दिवस पर कुछ पार्टियां राजनीतिक फायदे के लिये केवल एक दिन के लिए उनको याद कर रही हैं। जबकि पहले की कांग्रेस सरकार और अबकी भाजपा सरकार ने पिछले 7 सालों के कार्यकाल में कभी भी महर्षि वाल्मीकि के नाम पर जिला फरीदाबाद में कोई स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, धर्मशाला या पार्क तक नहीं बनाया। इतना ही नही वर्षों से फरीदाबाद का एससी वर्ग बी.के. चौक को वाल्मीकि चौक बनाने की मांग कर रहा है। किंतु पहले की कांग्रेस सरकार और अबकी भाजपा सरकार ने यह मांग भी नहीं पूरी नहीं की। उन्होंने कहा वर्तमान सरकार केवल वाल्मीकि जाति के लोगों को वोट के लिए प्रयोग करने का काम कर रही है। इस बात को हमारे समाज के लोग और अन्य लोग भी जानते हैं, और आने वाले चुनावों में इसका प्रमाण देखने को मिलेगा।
श्री चौधरी ने सरकार द्वारा मनाए जा रहे महाऋषि वाल्मिकी समारोह को भी केवल दिखावा बताया। इस मौके पर विनोद वाल्मीकि, तिगांव विधानसभा प्रभारी विजय सिंह, बड़खल विधानसभा अध्यक्ष भूप सिंह चौहान, उपाध्यक्ष रमेश कश्यप, कार्यालय सचिव विपुल गौतम, फरीदाबाद विधानसभा अध्यक्ष के एल गौतम, बड़खल विधानसभा प्रभारी गीता आलोक, वैभव आलोक, सेक्टर अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा, आकाश वाल्मीकि, निर्मित वाल्मीकि, शेखर वाल्मीकि एवं मोहित वाल्मीकि सहित अनेक लोग मौजूद थे।