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Faridabad NCR

सस्ते दाम पर प्लॉट दिलाने के नाम पर लोगों के साथ साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए साइबर बल्लभगढ़ ने 03 आरोपियों को किया गिरफ्तार

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Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : साइबर अपराध नोडल अधिकारी डीसीपी नीतीश कुमार अग्रवाल के दिशा निर्देश के तहत कार्रवाई करते हुए साइबर थाना बल्लभगढ़ प्रभारी नवीन उनकी टीम ने यमुना आवास योजना के तहत सस्ते दाम पर प्लॉट दिलाने की नाम पर सैकड़ों लोगों के साथ साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।

एसीपी साइबर क्राइम मोनिका ने प्रेस वार्ता के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मधुर, विनोद तथा अनूप ऊर्फ अमन का नाम शामिल है। आरोपी विनोद तथा मधुर नोएडा के रहने वाले हैं वहीं आरोपी अनूप दिल्ली के मयूर विहार का निवासी है। एसीपी मोनिका ने बताया कि बड़े शहरों में अपना मकान बनाना बहुत से लोगों का सपना होता है इसके लिए वह सारी उम्र मेहनत करते हैं और अपनी मेहनत की कमाई से पैसे बचाकर शहर में प्लॉट खरीदकर उसपर अपना मकान बनाने का सपना पूरा करने की कोशिश करते हैं परंतु कुछ साइबर ठग इनकी मेहनत की कमाई को चुटकियों में उड़ा लेते हैं। इसी प्रकार के एक साइबर अपराध का पर्दाफाश बल्लभगढ़ साइबर पुलिस ने किया है जिसमें आरोपियों ने यमुना आवासीय योजना के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया है। यमुना आवास योजना में लोगों को लॉटरी सिस्टम के द्वारा सस्ते प्लॉट उपलब्ध करवाए जाते हैं जिसमें प्लॉट के साइज के अनुसार फीस जमा करवानी होती है और बाद में यदि लॉटरी में किसी व्यक्ति का नाम आ जाता है तो उसे सस्ते दाम पर प्लॉट मिल जाता है। इसके लिए उन्हें YEIDA की वेबसाइट पर रजिस्टर करना होता है। साइबर ठगों ने इस वेबसाइट के जैसी हूबहू एक फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को सस्ते प्लॉट का लालच दिया और उनसे इस फर्जी वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करवाने के पश्चात उनसे पैसे ऐंठने शुरू कर दिए। आरोपियों ने फरीदाबाद के रहने वाले तीन व्यक्तियों से 42 हजार, 31 हजार व 21 हजार रुपए ठगी से अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करवा लिए। इसके पश्चात जब ग्राहकों अपना प्लॉट या पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने पैसे वापस करने से मना कर दिया और प्लॉट भी नहीं दिया। पीड़ितों ने इसकी शिकायत थाने में की जिसके पश्चात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, साजिश फर्जीवाड़े की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके आरोपियों की तलाश शुरू की गई। मामले में पुलिस ने आगे कार्रवाई करते हुए गुप्त सूत्रों तथा साइबर तकनीकी के माध्यम से उक्त तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के कब्जे से 01 लैपटॉप, 4 मोबाइल व 94 हजार रुपए नगद बरामद किए गए हैं जबकि आरोपियों के 34 लाख रुपए बैंक खातों में होल्ड करवाए गए हैं। आरोपियों को तीन मुकदमों में 7 दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर मामले में पूछताछ शुरू की गई जिसमें पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने यूपी, हरियाणा व दिल्ली में इस प्रकार की 690 वारदातों को अंजाम दिया है और उनके बैंक खातों से करीब 3.82 करोड़ रुपए का लेनदेन पाया गया है। पुलिस द्वारा इन मामलों में संबंधित थानों को सूचित किया जा रहा है। पूछताछ पूरी होने के पश्चात आरोपियों को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया है वही मामले में शामिल अन्य आरोपियों की जांच की जा रही है और उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

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