Faridabad NCR
डीपीएस ग्रेटर फरीदाबाद को मिला स्टीम एजुकेशन एक्सीलेंस अवार्ड
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 28 दिसंबर। डीपीएस ग्रेटर फरीदाबाद को एजुकेशन वल्र्ड ग्रैंड जूरी इंडिया स्कूल रैंकिंग 2021-22 में स्टीम एजुकेशन एक्सीलेंस स्कूल अवार्ड से नवाजा गया है। आपको बता दें कि स्टीम शिक्षा एक नवीन शिक्षण पद्धति है जो छात्रों को किताबी ज्ञान सीखने के बजाय जीवन कौशल विकसित करने पर अधिक ध्यान केंद्रित करने में मदद करती है। जिससे बच्चे का समग्र विकास होता है। स्टीम शिक्षा एक अगले स्तर की शिक्षा सीखने की विधि है जहां शिक्षक विभिन्न प्रोजैक्ट्स पर छात्रों के साथ काम करते हैं और खुले, प्रयोगात्मक और महत्वपूर्ण शिक्षण तकनीकों पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हैं। स्टीम शिक्षा विज्ञान प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, कला और गणित की उत्कृष्ट शिक्षा पद्धति का मिश्रण हैं। ऐसे में डीपीएस ग्रेटर फरीदाबाद ने स्टीम शिक्षा में एक्सीलेंस अवार्ड प्राप्त कर न केवल जिले का बल्कि हरियाणा का नाम भी रोशन किया है। इस मौके पर स्कूल के प्रो. वीसी रोहित जैन ने स्कूल को मिले अवार्ड पर स्कूल की प्रिंसीपल, स्टाफ, बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि डीपीएस ग्रेटर फरीदाबाद अपने विद्यार्थियों को बेहतर व गुणवत्ता परक शिक्षा देने के साथ-साथ उनके संपूर्ण विकास के लिए संकल्पबद्ध है और इस दिशा में स्कूल लगातार काम कर रहा है। समय-समय पर राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न वर्गों में मिलने वाले पुरस्कार इस बात का प्रत्यक्ष प्रमाण है। रोहित जैन ने विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए अभिभावकों का भी स्कूल पर विश्वास मजबूत रखने पर आभार जताया। डीपीएस ग्रेटर फररीदाबाद स्कूल की प्रिंसीपल सुरजीत खन्ना ने बताया कि एक बार फिर डीपीएस ग्रेटर फरीदाबाद ने यह अवार्ड प्राप्त कर यह साबित कर दिया है कि वह न केवल विद्यार्थियों को गुणवत्तापरक उत्तम शिक्षा दे रहा है बल्कि अन्य मानकों पर भी खरा उतरते हुए शिक्षा प्रदान कर रहा है। इस उपलब्धि के साथ, डीपीएस ग्रेटर फरीदाबाद दिल्ली-एनसीआर के कुछ स्कूलों में से एक बन गया है, जिसने एक इन-हाउस लर्निंग एंड डेवलपमेंट सेंटर स्थापित किया है जो लगातार शोध करता है और अपने पाठ्यक्रम में नवीन शिक्षाशास्त्र को शामिल करता है। दरअसल, वार्षिक एजुकेशन वल्र्ड ग्रैंड जूरी इंडिया स्कूल रैंकिंग 2016 में शुरू की गई थी तथा इस रैंकिंग में देश के स्कूलों में से उन स्कूलों को चुना जाता है जो निर्धारित मानकों के तहत सर्वश्रेष्ठ व उत्कृष्ट कार्य शिक्षा के क्षेत्र में कर रहे हैं। इसी आधार पर स्कूलों को वार्षिक एजुकेशन वल्र्ड इंडिया स्कूल रैकिंग में रेट और रैंक किया जाता है।