Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : गौरतलब है कि पुलिस आयुक्त महोदय को काफी जगह पर अवैध शराब बिक्री के बारे में शिकायतें प्राप्त हुई थी जिसपर तुरंत संज्ञान लेते हुए पुलिस आयुक्त ने सभी थाना व चौकी प्रभारियों तथा क्राइम ब्रांच को अवैध शराब के कारोबार में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही कर अवैध शराब के कारोबार पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिस थाना एरिया में इस बारे लापरवाही बरती जाएगी उस सम्बंधित थाना/चौकी/क्राइम ब्रांच प्रभारी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
नवीनतम आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष अभी तक एक्साइज एक्ट के तहत पुलिस ने कार्यवाही करते हुए 688 लोगों को गिरफ्तार किया है। फरीदाबाद में अवैध शराब पर पाबन्दी लगाना पुलिस कमिश्नर के अहम् लक्ष्यों में से एक है। इसलिए सभी थाना व चौकी प्रभारी अवैध शराब की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कार्यवाही करें। अवैध शराब पर अंकुश लगाने के लिए सभी थाना व चौकी प्रभारियों को अपने एरिया में शराब बेचने वालों की लगातार चेकिंग करने और इसके अवैध कारोबार में संलिप्त पाए जाने पर कानून के तहत कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। थाना प्रभारी अपने थानाक्षेत्र में सूत्रों के माध्यम से तस्करी में शामिल संदिग्ध व्यक्तियों की जानकारी एकत्रित कर उन्हें सलाखों के पीछे पहुँचाएँगे। अवैध शराब जहरीली भी हो सकती है जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। बीते वर्ष नकली शराब पीने से 5 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई थी और कई लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए थे। पैसों में लालच में आकर व्यक्ति गलत धंधे करने शुरू कर देता है जिसका परिणाम आम नागरिकों को भुगतना पड़ता है। अवैध शराब कारोबारी अपने धंधे में नाबालिग बच्चों को भी शामिल कर लेते हैं। जिससे उनका भविष्य भी अंधकारमय हो जाता है। इस प्रकार के धंधे की तरफ अग्रसर व्यक्ति दिन प्रतिदिन गलत कामों में पड़ता जाता है और इस प्रकार अपराध के दलदल मे ही फसा रहता है। इसलिए प्रारंभिक तौर पर ही इनपर रोक लगाकर इन्हें अपराध की दुनिया से बचाया जा सकता है। अवैध शराब की उपलब्धता आसानी से हो जाती है । आसानी से उपलब्ध नशा कई अपराधों को जन्म देता है मारपीट झगड़े लुट इत्यादि के अलावा घरेलू झगड़े मियां बीवी की लडाई का जन्मदाता है अवैध नशा हैं। पुलिस व कर्तव्य इस प्रकार की नशे पर अंकुश लगाए ।सभी पुलिस उपायुक्त व सहायक पुलिस आयुक्त को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने जोन के थाना व चौकी प्रभारियों के साथ इसके बारे में मीटिंग करके निर्देशों को लागू करना सुनिश्चित करें तथा पुलिस अधिकारियों द्वारा लिए गए एक्शन के बारे में रिपोर्ट मंगवाकर इनकी समीक्षा करें।