Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 4 मार्च। आया होली का त्यौहार, उड़े रंग की बौछार, तू है नार नखरेदार मतवाली रे, आज मीठी लगे है तेरी गाली रे कुछ ऐसे ही गीत-संगीत के साथ सिया रामचन्द्र अनुकम्पा समिति (पंजीकृत) द्वारा आज यहां होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन कमल सौरोत द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष किरण सौरोत, उपाध्यक्ष चित्रा चौहान, सचिव रश्मि, कोषाध्यक्ष चंचल सौरोत, कुसुम महाजन, चित्रा शर्मा, प्रिया सहगल, कोमल शर्मा, रेणु मलिक, इन्दू मौर्या, रसमिता सेनापति, आदर्श, केदार बंसत, पुष्पा सेंगर, पम्मी गर्ग, रूपा चौधरी, पूरन चंद्र गर्ग, कोमल दत्त तथा सुनीता सिंह आदि ने ब्रज व होली के गीतों के साथ गुलाल व फूलों से होली खेली गई। सभी ने एक-दूसरे को गले मिलकर होली की शुभकामनाएं दीं। इस दौरान ब्रज के कलाकारों ने गीत, संगीत व नृृत्य पर बढिय़ा प्रस्तुति देकर समारोह में खूब धमाल मचाया। बृृज के रसिया व गीतों पर संस्था के सदस्यों ने जमकर नृत्य किया। इस दौरान कवियों ने अपनी रचनाओं से सभी को खूब गुदगुदाया। होली के गीतों के बीच महिलाओं ने फूलों की बारिश कर होली मिलन कर आनंद लिया।
इस मौके पर कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष किरण सौरोत तथा कमल सौरोत ने कहा कि होली का त्यौहार हमें भाईचारे के साथ-साथ एकता का संदेश भी देता है। होली फूलों से मनानी चाहिए। उन्होंने कहा होली का मतलब सिर्फ रंगों, फूलों से खेलना या नाच गाकर घर चले जाना नहीं है। भगवान श्रीकृष्ण ने सभी को प्रेम का संदेश दिया अर्थात हम सभी को गिले-शिकवे भूल कर प्रेम से रहना चाहिए।