Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 26 मार्च। समाज कार्य से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति का ये कर्तव्य है कि वो समाज को संवेदनशील बनाये तथा समसामयिक मुद्दों को कैसे हल कियाजाये इस विषय पर जागरूक करे। वंचित, उपेक्षित, अपराधग्रस्त तथा पीड़ित वर्ग के विषयों को संवेदना से ही ठीक किया जा सकता है।इसके लिए जरूरी है कि समाज कार्यकरता समाज के विभिन्न पहलुओं पर पैनी दृष्टि रखे समाज में होने वाली नित नये प्रवर्तन समाजको किस दिशा में धकेल रहें है और समाज कार्य से जुड़े लोग कैसे इसे एक सकारात्मक दिशा दे सकते है इस पर भी विचार करें। यह प्रोफेसर देव प्रसाद भारद्वाज ने बतौर मुख्यवक्ता समाजकार्य पाठयक्रम, संचार एवं मीडिया तकनीकी विभाग,जे. सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,
फ़रीदाबाद द्वारा ग्राम सीकरी में आयोजित सात दिवसीय समाज कार्य शिविर में कहें।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए संचार एवं मीडिया तकनीकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर पवन सिंह ने बताया विभाग द्वारा आयोजितसात दिवसीय समाज कार्य शिविर बीएसडब्लू प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों के लिए वार्षिक अकादमिक गतिविधि हैं जिसमें समाजकार्य क्षेत्र के नवप्रयोगों पर विमर्श किया जा रहा है। कार्यक्रम की शुरुआत ग्राम सीकरी में 3 पेड़ (त्रिवेणी) लगाकर की गई। डॉ. पवनसिंह ने छात्रों को ग्रामीण जीवन और समाज के प्रत्येक आयाम का गहराई से अध्ययन करने का सुझाव दिया। उन्होंने यह भी कहा किछात्रों को अधिक सीखने के लिए ऐसे अवसर दुर्लभ हैं। जब सामाजिक कार्य की बात आती है तो सेवा एक महान पेशा है जिसमें सीखनेकी निरंतरता की बहुत आवश्यकता है। इस शिविर का आयोजन फैकल्टी ऑफ़ लिबरल आर्ट्सएंड मीडिया स्टडीज़ के डीन प्रो. अतुलमिश्रा के दिशा निर्देशन में किया जा रहा है।
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उदघाटन सत्र में प्रोफेसर प्रदीप डिमरी मुख्य अतिथि तथा प्रोफेसर डॉ. देव प्रसाद भारद्वाज मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित हुए। प्रोफेसर प्रदीप डिमरी ने बतौर मुख्य अतिथि कहा कि जे.सी. बोस विश्वविद्यालय प्रैक्टिकल में विश्वास रखते हैं। गांव को किताबों से नहीं सीखा जा सकता, इसके लिए व्यावहारिक अनुभव की जरूरत होती है। इस शिविर में छात्रों को ऐसा ही व्यावहारिक अनुभव हो इसके लिए छात्रों को। सभी
गतिविधियों में उत्साह से भाग लेना चाहिए। सामाजिक सम- रसता समाज कार्य का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य होना चाहिए।BOX-2
30 मार्च तक चलने वाले समाज कार्य शिविर में छात्र ग्रामीण विकास, सोशल मैपिंग, सामाजिक तानाबाना, रूरल अप्लिफ़्टमेंट मेंस्कूल, हॉस्पिटल, आँगनवाडी और पंचायत सिस्टम की भूमिका और
दायित्व को प्रयोगों से समझेंगे। 30 मार्च 11 बजे शिविर का समापन होगा।