Faridabad NCR
सप्ताहिक ऑनलाइन शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग कोर्स का शुभारंभ
Faridabad Hindustan ab tak/Dinesh Bhardwaj : 26 जुलाई। जे. सी बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग द्वारा बिग डाटा कंप्यूटिंग में उभरते अनुसंधान क्षेत्रों पर एक सप्ताह का शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग कोर्स (एसटीटीपी) आज शुरू हो गया। यह कार्यक्रम एआईसीटीई द्वारा प्रायोजित है। कार्यक्रम का संचालन शिक्षा और उद्योग क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा किया जायेगा। इस कोर्स में शोधकर्ताओं, संकाय सदस्यों सहित लगभग देशभर से 150 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे है।
उद्घाटन सत्र में आज राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल के कुलपति प्रो. सुनील कुमार मुख्य अतिथि रहे तथा सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रो दिनेश कुमार ने की।
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि प्रौद्योगिकी में लगातार बदलते प्रतिमानों तथा तेजी से उभरते क्षेत्रों के दृष्टिगत ऐसे कार्यक्रम शिक्षकों की अप-स्किलिंग और री-स्किलिंग के लिए जरूरी है ताकि वे तकनीकी शिक्षा और उद्योगों से जुड़े बदलावों को लेकर भविष्य के लिए खुद को तैयार कर सके। इस अवसर पर कुलसचिव डाॅ. सुनील कुमार गर्ग, कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष प्रो. कोमल कुमार भाटिया तथा लिबरल आर्ट्स एंड मीडिया स्टडीज के डीन प्रो. अतुल मिश्रा भी उपस्थित थे।
सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रो. सुनील कुमार ने उभरती नई तकनीकों के महत्व और प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला, और बताया कि कैसे यह हमारी आजीविका और उद्योग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है।
इससे पहले कम्प्यूटर इंजीनियरिंग की चेयरपर्सन प्रो. कोमल कुमार भाटिया ने अतिथि और प्रतिभागियों का स्वागत किया और कार्यक्रम की जानकारी दी। उन्होंने शिक्षण शिक्षण में बिग डेटा के महत्व पर प्रकाश डाला।
दूसरे सत्र में जुबिलेंट फूडवर्क्स लिमिटेड के डेटा वैज्ञानिक मोहित कुमार ने बिग डेटा एनालिटिक्स विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए। तीसरे एवं अंतिम सत्र में मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज की डॉ. रश्मि अग्रवाल ने नॉन-रिलेशनल डेटाबेस तथा डॉक्यूमेंट्स को बिग डेटा में स्टोर करने के विषय पर संबोधित किया।
सत्र के अंत में प्रो. अतुल मिश्रा ने मुख्य वक्ता का धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि कोर्स के दौरान कुल छह सत्र आयोजित किये जायेंगे।